नई दिल्ली, 15 अगस्त। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशवासियों को 76वेंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया है और उसे आत्ममुग्ध सरकार की संज्ञा देते हुए आरोप लगाया है कि वह स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों और देश की गौरवशाली उपलब्धियों को कमतर आंकने में लगी है।
सोनिया गांधी ने अपने संदेश में लिखा, ‘साथियों, पिछले 75 वर्षों में हमने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन आज की आत्ममुग्ध सरकार हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों और देश की गौरवशाली उपलब्धियों को कमतर आंकने में लगी है, जिसे कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता।’
कांग्रेस ऐतिहासिक तथ्यों के किसी भी गलत चित्रण को स्वीकार नहीं करेगी
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए ऐतिहासिक तथ्यों के किसी भी गलत चित्रण को स्वीकार नहीं करेगी और न ही झूठ के आधार पर गांधी-नेहरू-पटेल-आजाद का अपमान करने की अनुमति देगी।’
सोनिया गांधी का संदेश तब आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने ऐतिहासिक भाषण में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि राजनीति में ‘भाई-भतीजावाद’ ने प्रतिभा को ग्रहण करते हुए भारत के तमाम संस्थानों में पैठ बना ली है।
भाजपा ने 1947 में भारत के विभाजन के लिए पं. नेहरू को दोषी ठहराया
इसी कड़ी में रविवार को भाजपा ने 1947 में भारत के विभाजन के लिए पं. जवाहर लाल नेहरू को दोषी ठहराते हुए एक वीडियो साझा किया, जिसपर कांग्रेस ने तीखा जवाब दिया और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा ने विभाजन की इस राजनीति में केवल सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं में से एक को हथियार बनाया है।
कांग्रेस नेता ने सावरकर पर आरोप लगाते हुए कहा, “सच तो यह है कि सावरकर ने दो राष्ट्र सिद्धांत की उत्पत्ति की और जिन्ना ने इसे सिद्ध किया। सरदार पटेल ने लिखा, ‘मुझे लगा कि अगर हमने विभाजन को स्वीकार नहीं किया, तो भारत कई टुकड़ों में बंट जाएगा और पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा’।”