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सोनिया गांधी ने मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर जताई चिंता, शांति की अपील करते हुए जारी किया वीडियो

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नई दिल्ली, 21 जून। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर चिंता जाहिर की है। इस क्रम में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को राज्य के लोगों से शांति की अपील करते हुए एक वीडियो भी जारी किया है।

अभूतपूर्व हिंसा ने देश की अंतरात्मा पर गहरा घाव किया

मणिपुर में पिछले माह की शुरुआत से जारी हिंसा पर गहरा दुख जताते हुए सोनिया गांधी ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के जीवन को तबाह करने वाली अभूतपूर्व हिंसा ने देश की अंतरात्मा पर गहरा घाव किया है।

सोशल मीडिया पर कांग्रेस द्वारा साझा किए गए एक वीडियो संदेश में सोनिया दुख व्यक्त किया कि लोगों को उस एकमात्र स्थान से भागने के लिए मजबूर किया गया, जिसे वे घर कहते थे और जो कुछ भी उन्होंने अपने जीवनकाल में बनाया था, उसे पीछे छोड़ दिया।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को एक-दूसरे के खिलाफ होते देखना दिल दहला देने वाला है। मणिपुर का इतिहास सभी जातियों, धर्मों और पृष्ठभूमि के लोगों को गले लगाने की क्षमता और एक विविध समाज की असंख्य संभावनाओं का प्रमाण है। भाईचारे की भावना को पोषित करने के लिए जबर्दस्त विश्वास और सद्भावना की जरूरत होती है, और नफरत और विभाजन की आग को हवा देने के लिए एक गलत कदम।’

उन्होंने कहा, ‘हम महत्वपूर्ण चौराहे पर हैं। उपचार के मार्ग पर चलने का हमारा चुनाव हमारे बच्चों को विरासत में मिलने वाले भविष्य को आकार देगा। मैं मणिपुर के लोगों, विशेष रूप से मेरी बहादुर बहनों से अपील करती हूं कि वे शांति लाने के मार्ग का नेतृत्व करें।’ पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि एक मां के रूप में वह उनके दर्द को समझती हैं और उनकी अच्छी अंतरात्मा से रास्ता दिखाने की अपील करती हैं।

सोनिया गांधी ने अपने 2.5 मिनट के वीडियो में कहा, ‘यह मेरी सच्ची आशा है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में, हम विश्वास के पुनर्निर्माण की लंबी यात्रा पर निकलेंगे और इस परीक्षण से मजबूत होकर उभरेंगे। मुझे मणिपुर के लोगों को लेकर बहुत आशा और विश्वास है और मुझे पता है कि हम एक साथ इस परीक्षा की घड़ी से बाहर निकलेंगे।’

गौरतलब है कि मणिपुर में दो जातियों – मेइती और कुकी की आपसी हिंसा ने विकराल रूप धारण कर लिया है और पूरे राज्य में पथराव, आगजनी की घटनाएं देखने को मिल रही है। हिंसक घटनाओं में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई सौ लोग घायल हैं। इस हिंसा पर कांग्रेस भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा मणिपुर में ‘विभाजनकारी राजनीति’ कर रही है।

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