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ICC महिला विश्व कप : स्मृति-प्रतिका के प्रयास अर्थहीन, एलिसा हीली के विस्फोटक शतक से ऑस्ट्रेलिया की रिकॉर्ड जीत

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विशाखापत्तनम, 12 अक्टूबर। जरूरत के वक्त फॉर्म में लौटीं स्मृति मंधाना (80 रन, 66 गेंद, तीन छक्के, नौ चौके) व उनकी सलामी जोड़ीदार प्रतिका रावल (75 रन, 96 गेंद, एक छक्का, 10 चौके) के आक्रामक अर्धशतकीय प्रहारों से मेजबान भारत रविवार को यहां डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में बेशक मौजूदा ICC महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का और अपना सर्वोच्च स्कोर (330 रन) खड़ा कर ले गया था।

एलिस पेरी ने स्नेह राणा की गेंद पर जड़ा विजयी छक्का

लेकिन विपक्षी कप्तान एलिसा हीली के विस्फोटक शतक (142 रन, 107 गेंद, तीन छक्के, 21 चौके) एवं उनकी साथी बल्लेबाजों की उपयोगी पारियों के सामने मंधाना व प्रतिका सहित अन्य भारतीय बल्लेबाजों के प्रयास अर्थहीन साबित हुए क्योंकि मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने महिला एक दिनी अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में रिकॉर्ड लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए 49 ओवरों में सात विकेट पर 331 रन बनाए और छह गेंदों के रहते तीन विकेट की रोमांचक जीत हासिल कर ली। हीली को एलिस पेरी (47 रन, 52 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) से भी सहयोग मिला, जिन्होंने चोट के कारण मैदान छोड़ने के बाद वापसी की थी और 49वें ओवर में स्नेह राणा की अंतिम गेंद पर विजयी छक्का जड़ा।

इससे पहले महिला विश्व कप में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया के ही नाम था, जब उसने 2022 में भारत के ही खिलाफ ऑकलैंड में 278 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। वैसै सात बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे क्रिकेट में पहली बार तीन सौ से अधिक के लक्ष्य का पीछा करके कामयाबी हासिल की है।

लगातार दूसरी हार से मुश्किल हुई भारत की सेमीफाइनल की राह

ऑस्ट्रेलिया ने ऑठ टीमों की राउंड रॉबिन लीग के चार मैचों में अपराजेय रहते हुए तीसरी जीत दर्ज की और सात अंकों के साथ अंक तालिका में खुद को फिर शीर्ष पर पहुंचा दिया। वहीं दो दिन पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी 252 रनों का बचाव करने में नाकाम रही भारतीय टीम की चार मैचों में लगातार दूसरी हार के बाद सेमीफाइनल में प्रवेश की राह तनिक मुश्किल हो गई है।

हालांकि भारत चार मैचों में चार अंक लेकर इंग्लैंड (तीन मैचों में छह अंक) के बाद अब भी तीसरे स्थान पर है जबकि दक्षिण अफ्रीका (तीन मैचों में चार अंक) चौथे स्थान पर है। लेकिन भारत को अब सेमीफाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखने के लिए इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ अगले तीनों मैच जीत के अलावा बाकी मैचों के परिणाम भी अनुकूल रहने की दुआ करनी होगी।

हीली व लिचफील्ड ने पहले विकेट पर 85 रन जोड़े

रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की पारी देखें तो ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ हीली और फीबी लिचफील्ड (40 रन, 39 गेंद, एक छक्का, छह चौके) 68 गेंदों पर 85 रनों की तेज भागीदारी से टीम को शानदार शुरुआत दी। खैर, स्थानीय वामहस्त स्पिनर श्री चरणी (3-41) ने 12वें ओवर में लिचफील्ड को लौटाकर यह भागीदारी तोड़ी।

पेरी को 32 के निजी स्कोर पर मैदान छोड़ना पड़ा था

इसके बाद हीली को अनुभवी एलिस पेरी का साथ मिला। दोनों ने 69 रनों की साझेदारी से स्कोर 154 रनों तक पहुंचाया था, तभी 24वें ओवर में श्रीचरणी की गेंद का सामना करते हुए पेरी को 32 के निजी स्कोर पर ऐंठन के चलते फिजियो की मदद लेनी पड़ी और उन्हें बाहर जाना पड़ा। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में शतक जमाने वाली बेथ मूनी (चार रन) व एनाबेल सदरलैंड (0) हालांकि त्वरित अंतराल पर निकल गईं (4-170)।

हीली का बतौर कप्तान पहला व करिअर का छठा शतक

लेकिन एक छोर पर हीली डटकर खेल रही थीं। एश्ले गार्डनर (45 रन, 46 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) की मौजूदगी में एलिसा ने 32वें ओवर में स्नेह राणा के खिलाफ 16 रन तोड़े और बतौर कप्तान अपना पहला व करिअर का छठा शतक पूरा करने के साथ दल को 200 के पार भी पहुंचा दिया। अंततः 95 रनों की यह भागीदारी 39वें ओवर में टूटी, जब श्री चरणी ने हीली को अपना तीसरा शिकार बनाया।

स्कोर कार्ड

ऑस्ट्रेलिया को उस समय जीत के लिए 67 गेंदों पर 66 रनों की जरूरत थी। फिर तहलिया मैक्ग्रा (12 रन, आठ गेंद, तीन चौके)  के रूप में दीप्ति शर्मा (2-52) ने अपना दूसरा विकेट निकला और गार्डनर को अमनजोत कौर (2-68) ने बोल्ड मारा तो पेरी क्रीज पर लौटीं। उस समय उनकी टीम को 36 गेंदों पर 32 रन चाहिए थे। हालांकि अमनजोत ने सोफी मोलिनक्स (चार रन) भी ज्यादा दूर नहीं जाने दिया। लेकिन पेरी ने किम गार्थ (नाबाद 14 रन, 13 गेंद, दो चौके) के साथ मिलकर 23 गेंदों पर 28 रनों की अटूट भागीदारी से दल की रोमांचक जीत पक्की कर दी।

मंधाना व प्रतिका के बीच 147 गेंदों पर 155 रनों की साझेदारी

इससे पहले फॉर्म में लौटी स्मृति मंधाना और प्रतिका के बीच पहले विकेट के लिए 147 गेंदों पर हुई 155 रनों की साझेदारी का ही यह नतीजा था कि भारत विश्व कप में अपना सर्वोच्च स्कोर बना ले गया। हालांकि मीडियम पेसर एनाबेल सदरलैंड (5-40) ने पांच विकेट चटकाकर मेजबान पारी को सात गेंद पहले ही रोक दिया।

एक कैलेंडर वर्ष में 1000 रन बनाने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर

स्मृति मंधाना ने अपनी आक्रामक पारी के दौरान कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां भी अर्जित कीं। मसलन, वह एक कैलेंडर वर्ष में 1000 या अधिक रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनीं। उन्हें इस मैच से पहले एक हजार वनडे रन पूरे करने के लिए 18 रनों की जरूरत थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क का 28 वर्ष पुराना एक वर्ष में 970 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा। इसी क्रम में स्मृति ने वनडे क्रिकेट में पांच हजार रन भी पूरे कर लिए और यह कमाल करने वाली वह दुनिया की पांचवीं व मिताली राज के बाद दूसरी भारतीय बल्लेबाज बन गईं।

भारत ने अंतिम 6 विकेट 36 रनों के भीतर गंवा दिए

मंधाना व प्रतिका के अलावा हरलीन देयोल (38 रन, 42 गेंद, एक छक्का, तीन चौके), जेमिमा रॉड्रिग्स (33 रन, 21 गेंद, पांच चौके), ऋचा घोष (32 रन, 22 गेंद, दो छक्के, तीन चौके)  व कप्तान हरमनप्रीत कौर (22 रन, 17 गेंद, तीन चौके) ने भी उपयोगी पारियां खेलीं। लेकिन निचले क्रम से इस बार कोई योगदान नहीं मिल सका और आखिरी छह विकेट 36 रनों के भीतर गिरने के कारण भारतीय पारी 48.5 ओवर में खत्म हो गई। सदरलैंड के अलावा वामहस्त स्पिनर सोफी मोलिनू ने 75 रन खर्च कर तीन विकेट लिए।

सोमवार का मैच : बांग्लादेश बनाम दक्षिण अफ्रीका (विशाखापत्तनम, अपराह्न तीन बजे)।

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