मुंबई, 19 मार्च। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आगामी 22 मार्च से शुरू हो रहे टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें संस्करण के दौरान फैसलों में तेजी और सटीकता लाने के लिए स्मार्ट रीप्ले प्रणाली (Smart Replay System) लागू करने जा रहा है।
क्रिकेट की लोकप्रिय वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार टीवी अम्पायर को ‘हॉक आई’ प्रणाली के दो ऑपरेटरों से सीधे इनपुट मिलेंगे, जो उनके साथ एक ही कमरे में बैठेंगे और मैदान पर लगे आठ हाई-स्पीड कैमरों से ली गई फोटो से मदद करेंगे।
नई प्रणाली के बाद टीवी प्रसारण निर्देशक की भूमिका गैर जरूरी हो जाएगी
इस नई प्रणाली के अंतर्गत टीवी प्रसारण निर्देशक की भूमिका गैर जरूरी हो जाएगी, जो अम्पायर और हॉक-आई ऑपरेटरों के बीच सूचना आदान-प्रदान करने का काम करता रहा है। नई प्रणाली टीवी अम्पायर को पहले की तुलना में अधिक फोटो के विश्लेषण का मौका प्रदान करेगी और हॉक आई ऑपरेटरों के साथ उनकी बातचीत का सीधा प्रसारण भी करेगी ताकि दर्शकों को स्पष्ट रूप से फैसले के पीछे की प्रक्रिया समझ आ जाए।
अम्पायरों को विभिन्न कोण से अधिक और स्पष्ट फोटो देखने में मदद मिलेगी
इस प्रणाली से अम्पायरों को विभिन्न कोण से अधिक और स्पष्ट फोटो देखने में मदद मिलेगी, जिससे वे बाउंड्री की रस्सी के पास कैच, पीछे पकड़े गए कैच, पगबाधा, स्टंपिंग पर सटीक फैसला कर पाएंगे। बीसीसीआई ने हाल ही में यहां चुनिंदा अम्पायरों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला भी आयोजित की थी। भारतीय और विदेशी सहित लगभग 15 अम्पायर इस आईपीएल में स्मार्ट रीप्ले प्रणाली का इस्तेमाल करेंगे। ‘द हंड्रेड’ प्रतियोगिता में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने इसी तरह की रेफरल प्रणाली का प्रयोग किया था।