लखनऊ। अयोध्या में सरयू के पावन तट पर 1200 एकड़ में आवास विकास नई अयोध्या की बसावट कर रहा है। श्रीराम मंदिर निर्माण के कारण इस योजना का आकर्षण बिना किसी प्रचार प्रसार के विदेशी निवेशकों को भी खींच रहा है। सिंगापुर के दो उद्यमी भी यहां होटल और रिसाॅर्ट बनाना चाहते हैं।
सिंगापुर के क्यूबेक होल्डिंग पीटीई प्रालि ने तीन से चार सितारा होटल के लिए और सिम सिटी स्पेशियलिटी प्रालि ने अतिथि रिसॉर्ट बनाने के लिए भूमि मांगी है। अध्ययन केंद्र, फाइव स्टार होटल, मंदिर, धर्मशाला, मल्टीस्टोरीज, रिसोर्ट, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, हॉली डे होम आदि के लिए भी अब तक 49 आवेदन का चुके हैं।
इन प्रमुख संस्थाओं ने मांगी जमीन
आर्ट आफ लिविंग, इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा चेतना, उप्र पर्यटन विभाग, विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी विवेकानंद शिला स्मारक एवं केंद्र, इंडियन गोल्फ यूनियन, वेदांता भारती मैसूर शंकराचार्य फिलास्फी एंड स्टडीज अध्ययन केंद्र।
ऐसी होगी नई अयोध्या
10 हजार आवासीय भूखंड, 4000 पर्यटकों के लिए होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला और 116 भूखंड अन्य देशों, राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, मठ, आश्रम एवं अखाड़ों के लिए आरक्षित।
कन्नड़ संस्कृति की मिलेगी झलक
कर्नाटक सरकार ने अयोध्या में कर्नाटक का सांस्कृतिक केंद्र व अतिथि गृह बनाने के लिए पांच एकड़ भूमि मांगी है। इससे अयोध्या के पर्यटकों को कन्नड़ संस्कृति के भी दर्शन होंगे।
बड़ी संख्या में अयोध्या योजना के लिए जमीन की मांग राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं कर रही हैं। सबके लिए एक साथ पंजीकरण खुलेगा। पहले आने वाली संस्थाएं प्राथमिकता रहेंगी…डॉ. नीरज शुक्ला, अपर आयुक्त एवं सचिव, आवास एवं विकास परिषद।