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सैयद मोदी बैडमिंटन : सिंधु व लक्ष्य के नाम एकल सिरमौर, त्रीसा जॉली व गायत्री ने जीती महिला युगल उपाधि

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लखनऊ, 1 दिसम्बर। पूर्व विश्व नंबर एक पीवी सिंधु और ओलम्पिक सेमीफाइनलिस्ट लक्ष्य सेन ने उम्मीदों के अनुरूप फाइनल में भी अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखा और रविवार को यहां सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल HSBC वर्ल्ड टूर सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में क्रमशः महिला व पुरुष एकल खिताब पर अधिकार कर लिया। वहीं त्रीसा जॉली व गायत्री पुलेला गोपीचंद की जोड़ी महिला युगल चैम्पियन रही। हालांकि पुरुष युगल व मिश्रित युगल में भारतीय टीमों को कड़े संघर्ष में हार के बाद उपजेता ट्रॉफी से संतोष करना पड़ा।

टॉप सीड सिंधु ने तीसरी बार जीती महिला एकल उपाधि

हालिया महीनों में अस्थिर प्रदर्शन के चलते BWF विश्व रैंकिंग में 18वें नंबर पर जा खिसकीं टॉप सीड सिंधु ने योनेक्स सनराइज बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी के कोर्ट नंबर एक पर खेले गए महिला एकल फाइनल में 119वें क्रम की चीनी स्पर्धी लुओ यू वू को 47 मिनट में 21-14, 21-16 से शिकस्त दी और तीसरी बार चैम्पियन का श्रेय अर्जित किया।

वर्ल्ड टूर में 28 माह का खिताबी सूखा खत्म किया

दोनों खिलाड़ियों की इस पहली मुलाकात में 23 वर्षीया लुओ यू वू ने दोनों गेमों में अपेक्षाकृत संघर्ष किया। लेकिन 2017 व 2022 में भी यह खिताब जीत चुकीं 29 वर्षीया अनुभवी सिंधु ने प्रतिद्वंद्वी को ज्यादा दूर नहीं जाने दिया। कुल मिलाकर देखें तो दो बार की ओलम्पिक पदक विजेता सिंधु ने HSBC वर्ल्ड टूर में 28 माह से चला आ रहा खिताबी सूखा खत्म किया। उन्होंने जुलाई, 2022 में सिंगापुर ओपन के जरिए टूर में अपनी पिछली उपाधि जीती थी। हालांकि उसके तत्काल बाद उन्होंने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था।

पुरुष एकल में लक्ष्य ने सिर्फ 31 मिनट में मैदान मारा

उधर दिन का अंतिम फाइनल खेलने उतरे सर्वोच्च वरीय लक्ष्य सेन को भी ज्यादा श्रम नहीं करना पड़ा और उन्होंने 39वें क्रम के सिंगापुरी जिया हेंग जेसन तेह को सिर्फ 31 मिनट में 21-6, 21-7 से शिकस्त दे दी। विश्व रैंकिंग में 14वें क्रम पर काबिज 23 वर्षीय लक्ष्य स्वयं से उम्र में एक वर्ष बड़े हेंग जेसन से पिछली दो मुलाकातों में भी बीस छूटे थे। वर्ष 2021 के विश्व कांस्य पदक विजेता सेन ने यहां पहली बार यहां श्रेष्ठता सिद्ध की है और गत वर्ष जुलाई में कनाडा ओपन के रूप में उन्होंने वर्ल्ड टूर में अपना पिछला खिताब जीता था।

चीनी महिलाओं पर भारी पड़ी त्रीसा जॉली व गायत्री गोपीचंद की जोड़ी

पुरुष एकल व महिला एकल के अलावा इस HSBC वर्ल्ड टूर सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में मेजबानों को तीसरी खुशी महिला युगल में मिली, जब दूसरी सीड त्रीसा जॉली व गायत्री गोपीचंद ने बाओ ली जिंग व लि क्वियान की चीनी टीम को 21-18, 21-11 से हराया। 24 घंटे पहले टॉप सीड तनीषा क्रैस्टो व अश्विनी पोन्नप्पा को स्तब्ध करने वाली चीनी जोड़ी ने 41 मिनट तक खिंचे मैच के पहले गेम में भारतीयों से काफी संघर्ष किया, लेकिन दूसरे गेम में जॉली व गायत्री ने ब्रेक के बाद आक्रामक रुख अपना लिया।

राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जोड़ी के लिए यह जीत ऐतिहासिक है क्योंकि त्रीसा व गायत्री की जोड़ी इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला युगल टीम बन गईं। यह जोड़ी 2022 चरण में उप विजेता रही थी।

पृथ्वी-साई और तनीषा-ध्रुव की टीमें उप विजेता रहीं

फिलहाल पुरुष युगल व मिश्रित युगल में मेजबान जोड़ियों को उपजेता से संतोष करना पड़ा। पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय व साई प्रतीक ने 71 मिनट तक खिंचे पुरुष युगल फाइनल में कड़ी चुनौती पेश की, लेकिन उन्हें चीन के हुआंग डी व लियु यांग से 14-21, 21-19, 17-21 से हार का मुंह देखना पड़ा।

इससे पहले पांचवी वरीयता प्राप्त तनीषा क्रैस्टो व ध्रुव कपिला की जोड़ी एक गेम की बढ़त गंवाकर मिश्रित युगल फाइनल में डेचापोल पुवारानुक्रोह व सुपिसरा पेवसम्प्रान की छठी वरीय थाई जोड़ी से 52 मिनट में 21-18,14-21, 8-21 से पराजित हो गई।

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