नई दिल्ली, 2 मार्च। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की पिछले वर्ष मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में हुई गिरफ्तारी एवं क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी को लेकर नए सिरे से की जा रही जांच में कई अहम बातें सामने आई हैं और मुंबई एनसीबी की उस समय की गई काररवाई ही सवालों के घेरे में आ गई है।
एनसीबी की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) की ओर से की जा रही जांच में यह बात सामने आई है कि ऐसे कोई सबूत नहीं हैं, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि आर्यन खान ड्रग्स की किसी बड़ी साजिश या एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले को करीब से जानने वाले कुछ लोगों ने नाम सार्वजनकि नहीं करने की शर्त पर जांच की कुछ अहम बातों को साझा किया है। ऐसे में एनसीबी मुंबई की काररवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
आर्यन के पास से ड्रग्स नहीं मिली थी
रिपोर्ट के अनुसार एसआईटी की जांच में कहा गया है कि आर्यन खान के पास से ड्रग्स नहीं मिली थी और इसलिए उनके फोन को जब्त करने और चैट की जांच करने की जरूरत नहीं थी। ऐसे ही आर्यन खान के फोन से हुई चैटिंग यह साबित नहीं करती वह किसी अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा थे।
एनसीबी मैनुअल के विपरीत छापे की वीडियो रिकॉर्डिंग भी नहीं की गई
इसके अलावा छापे की वीडियो रिकॉर्डिंग भी नहीं की गई जबकि एनसीबी मैनुअल के अनुसार ऐसा करना जरूरी है। साथ ही केस में गिरफ्तार कुछ आरोपितों से जब्त कुछ ड्रग्स सिंगल रिकवरी के तौर पर दिखाए गए हैं।
एसआईटी की फाइनल रिपोर्ट तैयार करने में कुछ और माह लगेंगे
एक अधिकारी ने कहा, ‘यह निश्चित है कि एसआईटी जांच अभी पूरी नहीं हुई है और एनसीबी के महानिदेशक एस.एन. प्रधान को अंतिम रिपोर्ट सौंपने में कुछ महीने लग सकते हैं। अंतिम निर्णय से पहले एक कानूनी राय ली जाएगी, विशेष रूप से इस पहलू पर कि क्या आर्यन खान पर ड्रग्स के उपभोग के लिए आरोप लगाया जा सकता है, भले ही उनके पास से कई ड्रग्स नहीं मिली थी।’
पिछले वर्ष अक्टूबर में हुई थी आर्यन की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि पिछले वर्ष एनसीबी के मुंबई जोनल यूनिट के निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एजेंसी ने दो अक्टूबर की रात मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर छापा मारा था। इस छापेमारी में एनसीबी ने 13 ग्राम कोकीन, पांच ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम मारिजुआना, 22 गोलियां एमडीएमए (एक्स्टसी) और 1.33 लाख रुपये नकद बरामद किए थे।
एनसीबी ने क्रूज से 14 लोगों को पकड़ा था और घंटों तक पूछताछ के बाद आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट, और मुनमुम धमेचा को तीन अक्टूबर की दोपहर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद एजेंसी ने 17 और लोगों को गिरफ्तार किया। ह्वाट्सएप चैट के आधार पर वानखेड़े की टीम ने दावा किया था कि आरोपित एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे। आरोप लगाया गया कि आर्यन खान कुछ विदेशी ड्रग्स सप्लायर के संपर्क में थे और चैट में ‘हार्ड ड्रग्स’ और ‘अधिक मात्रा’ का उल्लेख था।