पटना, 1 सितम्बर। बिहार के पूर्व मंत्री व वरिष्ठ दलित नेता श्याम रजक ने एक बार फिर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) का दामन थाम लिया है। पटना स्थित जदयू कार्यालय में रविवार को आयोजित मिलन समारोह के दौरान जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने श्याम रजक को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
संजय झा ने इस अवसर पर कहा, ‘श्याम रजक जी के आने से जदयू को काफी मजबूती मिलेगी। श्याम रजक जमीन से जुड़े नेता हैं। मुख्यमंत्री नीतीश जी के साथ काम कर चुके हैं। हम लोगों को इनके अनुभव का लाभ मिलेगा।’
‘सम्मान और स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं करना चाहिए’
वहीं श्याम रजक ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा, ‘नीतीश जी के प्रति मैं आभार प्रकट करना चाहता हूं। सम्मान और स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं करना चाहिए। मैंने नीतीश जी के काम को देखा है। उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया है।’ उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा 2020 से ठीक पहले श्याम रजक ने जेडीयू का साथ छोड़ा था, अब ठीक उसी तरह उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आरजेडी छोड़ फिर जेडीयू से नाता जोड़ लिया।
जद (यू) प्रदेश कार्यालय, पटना में मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी की लोक कल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर पूर्व मंत्री श्री @ShyamRajakBihar जी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।
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— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 1, 2024
श्याम रजक ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बिना उनपर हमला करते हुए कहा, ‘लेकिन, इसके पहले मैं जिनके साथ था, उन्होंने कभी भी समाज के लिए काम नहीं किया। उन्होंने समाज की जगह परिवारवाद और भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी। इसी को देखते हुए मैं घुटन महसूस कर रहा था और आखिरकार मैं घुटन से मुक्ति चाहता था। यही वजह है कि आज जदयू में शामिल होकर मैं स्वच्छंद महसूस कर रहा हूं।’
‘साजिशों और झूठे आश्वासनों से तंग आकर राजद छोड़ा’
रजक ने कहा, ‘राजद के लोग मुझ पर आरोप लगाते है कि मैं सत्ता के लिए जदयू में आया हूं। लेकिन, मैंने जदयू में सत्ता में रहते कुर्सी छोड़ी थी। उस वक्त कुछ ऐसी परिस्थिति थी, जिसकी वजह से मैंने जदयू को छोड़ा था। आज मैं फिर से अपने घर जदयू में आ गया हूं। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, मैं पूरी ईमानदारी से काम करूंगा। इस बार तो साजिशों और झूठे आश्वासनों का दौर रहा, जिससे तंग आकर राजद छोड़ा है। मैं एक बार फिर जदयू में औपचारिक तौर पर आ गया हूं और पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दूंगा।’
गौरतलब है कि जदयू में शामिल होने से पहले श्याम रजक ने राजद पर धोखा देने का आरोप लगाया था और गत 22 अगस्त को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को लिखे पत्र में कहा था, ‘मैं शतरंज का शौकीन नहीं था….इसलिए धोखा खा गया….आप मोहरे चल रहे थे…. मैं रिश्तेदारी निभा रहा था।’
एनडीए गठबंधन में फिर साथ दिखेगी राम-श्याम की जोड़ी
गौरतलब है कि बिहार में राम-श्याम की जोड़ी काफी मशहूर हुआ करती थी। रामकृपाल यादव को राम और श्याम रजक को श्याम कहा जाता था। दोनों लालू यादव के दाएं और बाएं हाथ मानें जाते थे। हालांकि वक्त के साथ धीरे-धीरे दोनों लालू यादव से दूर हो गए थे। रामकृपाल यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं श्याम रजक जेडीयू में चले गए थे। बाद में श्याम रजक एक बार फिर आरजेडी में शामिल हुएं। लेकिन पार्टी से मिले धोखा के बाद एक बार फिर उन्होंने घर वापसी कर ली। अब एनडीए गठबंधन के तत्वधान में राम-श्याम की जोड़ी फिर देखने को मिलेगी।