कोलकाता, 21 अप्रैल। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद से हटाने में विफल रहे तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, आपने (ममता बनर्जी) ने सोमवार को मुझे डकैत कहा है। मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं। मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। आपने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमित शाह जी ने एक बंद कमरे में बैठक की और भाजपा नेताओं को प्रदेश में दंगे कराने का निर्देश दिया। आपको ये साबित करना होगा कि अमित शाह जी ने ऐसा कहा है।’
शुभेंदु अधिकारी ने ममता के अमित शाह को फोन करने वाली अपनी टिप्पणी को लेकर अदालत भी जाने की चुनौती दी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ममता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया था कि चुनाव आयोग के इस फैसले को रद करा दें। गौरतलब है कि पिछले दिनों चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी की पार्टी ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया था।
शुभेंदु ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि उन्हें मेरा नाम लेने में बहुत मुश्किल होती है। ऐसा इसलिए है कि मैंने आपको हरा दिया है। आप मुझे हराने गई थीं, लेकिन आपको हराकर घर भेज दिया गया। आपको 1,956 वोटों से हारना पड़ा। बस दिन गिनना शुरू करें।’
भाजपा नेता ने सीएम ममता को चुनौती देते हुए कहा, ‘अगर मैं आपको पूर्व मुख्यमंत्री नहीं बना सका तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। आप मेरे खिलाफ मामला दर्ज करें। आपको असली विरोध का एहसास है। चोरों को जेल जाना पड़ेगा। शारदा मामले में आप भी शामिल हैं, आपको भी कोई नहीं बचा पाएगा।’
ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने टीएमसी की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा रद किए जाने के बाद अमित शाह को फोन किया था तो वह इस्तीफा दे देंगी। टीएमसी ने इसी क्रम में एक पत्र के माध्यम से अधिकारी को अपने ‘झूठे और अपमानजनक दावों’ को वापस लेने के लिए कहा और उन्हें कानूनी काररवाई की चेतावनी दी है।