वाराणसी, 13 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र और भोले बाबा की नगरी काशी में देशभर से आए साधु-महात्माओं और अन्य गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति में खुद के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया।
काशीश्वरं सकलभक्तजनातिहारं
विश्वेश्वरं प्रणतपालनभव्यभारम्।
रामेश्वरं विजयदानविधानधीरं
गौरीश्वरं वरदहस्तधरं नमाम:।।#KashiVishwanathDham https://t.co/OHdPklKamd— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 13, 2021
श्री काशी विश्वनाथ धाम में ही आयोजित लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘श्री काशी विश्वनाथ धाम का यह लोकार्पण भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा। ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का। अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं।’
Special day for us all. Inauguration of Shri Kashi Vishwanath Dham. https://t.co/Kcih2dI0FG
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है। हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं। चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है। यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं। मुझे खुशी है कि काशी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है।’
देश के लिए मांगे – स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे लिए जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप है, हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है, इसलिए मैं कुछ मांगना चाहता हूं। मैं आपसे अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं – स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास।’
उन्होंने कहा, ‘गुलामी के लंबे कालखंड ने हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा कि हम अपने ही सृजन पर विश्वास खो बैठे। आज हजारों वर्ष पुरानी इस काशी से, मैं हर देशवासी का आह्वान करता हूं – पूरे आत्मविश्वास से सृजन करिए, इनोवेट करिए, इनोवेटिव तरीके से करिए।’
उन्होंने कहा, ‘तीसरा एक संकल्प जो आज हमें लेना है, वो है आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने प्रयास बढ़ाने का। ये आजादी का अमृतकाल है। हम आजादी के 75वें साल में हैं। जब भारत सौ साल की आजादी का समारोह बनाएगा, तब का भारत कैसा होगा, इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा।’
काशी के कोतवाल श्री काल भैरव के दरबार में मत्था टेका
इसके पहले वाराणसी के अपने दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी विशेष विमान से बाबतपुर स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री हवाईअड्डा पहुंचे, जहां यूपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी बाबतपुर से हेलीकॉप्टर से सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के हैलीपैड पर उतरे। वहां से काफिला नगर के मध्य कोतवाली क्षेत्र में पहुंचा, जहां पीएम मोदी ने काशी के कोतवाल श्री काल भैरव मंदिर में मत्था टेका और विधिवित पूजा-अर्चना की।
ललिता घाट पर गंगा में डुबकी लगाई
पीएम मोदी श्री कालभैरव मंदिर से गंगा किनारे स्थित खिड़किया घाट पहुंचे, जहां से क्रूज पर सवार होकर ललिता घाट पहुंचे। वहां गंगा में गंगा में डुबकी लगाने के बाद पीएम मोदी गंगा जल लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे और श्री कॉरिडोर के लोकार्पण के पहले श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक के बीच विधिवित पूजा-अर्चना की।