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पेरिस पैरालम्पिक : शूटर अवनि लेखरा ने नए रिकॉर्ड के साथ खोला भारत का खाता, मोना अग्रवाल को कांस्य पदक

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पेरिस, 30 अगस्त। टोक्यो पैरालम्पिक में स्वर्ण सहित दोहरा पदक जीतने वाली होनहार पैराशूटर अवनि लेखरा ने शुक्रवार को यहां पेरिस खेलों में भी नए पैरालम्पिक रिकॉर्ड के साथ भारतीय दल का खाता खोला। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता जबकि प्रथम प्रवेशी मोना अग्रवाल भी कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं।

10 मी. एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में लगातार दूसरा स्वर्ण जीता

अवनि ने 249.7 के स्कोर से नए पैरालम्पिक रिकॉर्ड के साथ लगातार स्वर्ण पदक पर अधिकार किया। पिछला पैरालम्पिक रिकॉर्ड 249.6 भी अवनी के ही नाम था, जो उन्होंने टोक्यो में बनाया था। कोरिया की युनरी ली (246.8) को रजत मिला जबकि मोना अग्रवाल ने 228.7 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीत लिया। शूटिंग में SH1 कैटेगरी में वे शूटर शामिल होते हैं, जिनके हाथ, शरीर के निचले हिस्से या पैर प्रभावित होते हैं अथवा फिर जिनके कोई अंग नहीं होते।

एक समय टॉप पर पहुंच गई थीं मोना अग्रवाल

क्वालिफिकेशन राउंड में अवनी दूसरे और मोना पांचवें नंबर पर रही थीं। फाइनल में 2 राउंड की शूटिंग बाकी थी, तब मोना 208.1 स्कोर के साथ टॉप पर थीं। अवनि दूसरे और कोरियाई शूटर तीसरें नंबर पर थीं। सेकेंड लास्ट राउंड में कोरियाई शूटर ने पहला स्थान हासिल कर लिया और अवनि दूसरे पर पहुंची जबकि मोना तीसरे नंबर पर रहकर गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हो गईं। आखिरी राउंड में अवनि ने नया पैरालम्पिक रिकॉर्ड बनाया

चक्र प्रक्षेप में साक्षी व ज्योति छठे व नंबर पर रहीं

उधर ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों के तहत महिला चक्र प्रक्षेप की F55 कैटेगरी के फाइनल में भारत की दोनों एथलीट्स पदक से चूक गईं। साक्षी कसाना छठे और ज्योति करम 7वें नंबर पर रहीं। साक्षी का सर्वश्रेष्ठ प्रक्षेप 21.49 मीटर और ज्योति का 20.22 मीटर रहा। चीन की फेक्सिया डोंग ने 26.39 मीटर के प्रक्षेप के साथ गोल्ड मेडल जीता। मेक्सिको की मारिया रोसा को रजत और लात्विया की डायना क्रुमिना को कांस्य पदक मिला।

बैडमिंटन के दूसरे लीग मुकाबले में भी हारीं मानसी

पैरा बैडमिंटन महिला एकल में भारत की मानसी जोशी को ग्रुप स्टेज के दूसरे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें यूक्रेन की ओक्साना कोजीना ने 10-21, 21-15, 23-21 से हराया। इससे पहले, उन्हें पहले मुकाबले में इंडोनेशियाई की नंबर-1 सीड कोनिता सयाकुरोह के खिलाफ हार मिली थी।

तीरंदाज शीतल प्री-क्वार्टर फाइनल में

तीरंदाज शीतल देवी ने महिला कंपाउंड तीरंदाजी व्यक्तिगत वर्ग के रैंकिंग राउंड में दूसरा स्थान हासिल किया है। पहली बार पैरालम्पिक में हिस्सा ले रहीं 17 वर्षीया शीतल ने 720 में से 703 अंक हासिल किए। वह विश्व रिकॉर्ड बनाने से केवल एक अंक पीछे रह गईं। तुर्की की क्यूरी गिर्डी ने 704 अंकों के साथ नया विश्व रिकॉर्ड बनाया और रैंकिंग राउंड में पहले स्थान पर रहीं।

दुनिया में बिना आर्म के आर्चरी करने वाले बहुत कम तीरंदाज हैं। इस पैरालम्पिक में शीतल उन तीन तीरंदाजों में से एक हैं, जो पैर की मदद से तीरंदाजी कर रही हैं। शीतल ने विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। वह मिश्रित व एकल स्पर्धाओं में भाग ले रही हैं।

अब चिली या कोरिया की तीरंदाज से होगा मुकाबला

रैंकिंग राउंड में दूसरे स्थान पर रहने की वजह से शीतल देवी को सीधे अंतिम-16 में जगह मिली। शीतल प्री-क्वार्टर फाइनल में चिली की मारियाना जुनिगा और कोरिया की चोई ना मी के बीच होने वाले मैच के विजेता से खेलेंगी। जुनिगा ने टोक्यो पैरालिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वह रैंकिंग राउंड में 15वें स्थान पर रहीं।

शीतल की जन्म से दोनों बाजुएं नहीं हैं, जिसके चलते वह पैर से आर्चरी करती हैं। एक अन्य भारतीय तीरंदाज सरिता देवी ने 682 का स्कोर किया और वह नौवें स्थान पर रहीं। वह पहले दौर में मलेशिया की अब्दुल जलील से भिड़ेंगी।