मुंबई, 11 जून। राज्यसभा चुनाव के तहत महाराष्ट्र में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के महाविकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन को बड़ा झटका देते हुए छह में से तीन सीटों पर जीत दर्ज की। निर्वाचन आयोग की ओर से विजयी घोषित उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राज्य के पूर्व मंत्री अनिल बोंडे और धनंजय महादिक (तीनो भाजपा), शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी शामिल हैं।
छठी सीट की टक्कर में महादिक ने शिवसेना के संजय पवार को मात दी
निर्वाचन आयोग के अनुसार कुल 284 वैध मतों में से गोयल को 48, बोंडे को 48, महादिक को 41.56, राउत को 41, प्रतापगढ़ी को 44 और पटेल को 43 वोट मिले। कांटे का मुकाबला छठी सीट के लिए था, जिस पर भाजपा ने पूर्व सांसद धनंजय महादिक को चुनाव मैदान में उतारा था जबकि संजय पवार शिवसेना के प्रत्याशी थे। दोनों पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन पवार को महादिक के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच इस बीच एमवीए ने मतगणना में आठ घंटे की देरी पर सवाल उठाए हैं। साथ ही छठी सीट पर कांटे की टक्कर के बीच कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग तक से संपर्क किया।
चुनाव सिर्फ लड़ने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए लड़ा जाता है : फडणवीस
पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘चुनाव सिर्फ लड़ने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए लड़ा जाता है। जय महाराष्ट्र।’ फडणवीस के राज्यसभा के लिए सर्वसम्मति बनाने की एमवीए की पेशकश ठुकराने के बाद ही राज्य में 24 साल बाद चुनाव हुए।
I also congratulate Hon Union Minister @AshwiniVaishnaw ji, @BJP4Maharashtra President @ChDadaPatil & all my colleagues, MLAs and each & every Karyakarta for this success in #RajyaSabhaElection2022 #Maharashtra pic.twitter.com/7IKB4fzTwa
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) June 11, 2022
क्रॉस वोटिंग और नियम उल्लंघन की शिकायतों के बीच 8 घंटे देरी से शुरू हुई मतगणना
भाजपा और सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा क्रॉस वोटिंग और नियमों के उल्लंघन की शिकायतों के बीच मतगणना आठ घंटे की देरी से शुरू हुई। भाजपा और शिवसेना दोनों ने ही क्रॉस वोटिंग का आरोप लगाते हुए और कुछ वोट अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए चुनाव आयोग का रुख किया।
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी को शिवसेना विधायक सुहास कांडे द्वारा डाले गए वोट को खारिज करने का निर्देश दिया, जिसके बाद देर रात एक बजे के बाद मतगणना शुरू हुई। पहला परिणाम दो घंटे में आया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा – एमवीए में समन्वय की कमी
चौंकाने वाले नतीजों के बाद कांग्रेस नेताओं ने एमवीए में समन्वय की कमी की बात मानी। महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने विधान भवन में संवाददाताओं से कहा कि यह मंथन का विषय है कि कहां चूक हुई। उन्होंने कहा, ‘भाजपा मतगणना को रुकवाने और एक वोट को अमान्य घोषित कराने में सफल रही। हमें विश्वास था कि हमारे चारों उम्मीदवार आराम से जीत जाएंगे।’
संजय राउत ने चुनाव आयोग पर भाजपा का पक्ष लेने का लगाया आरोप
उधर, संजय राउत ने एमवीए के चौथे उम्मीदवार की हार के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग ने हमारे एक वोट को अमान्य कर दिया। हमने दो मतों का विरोध किया, लेकिन उस मांग पर कोई काररवाई नहीं हुई। चुनाव आयोग ने उनका (भाजपा) समर्थन किया।’
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि महाराष्ट्र की चिंताओं को सुना जाए और उनका समाधान किया जाए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे राज्यसभा सदस्य के रूप में सेवा करने का मौका देने के लिए मेरे सभी समर्थकों और शुभचिंतकों का बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं माननीय पवार साहब और राकांपा का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’
A huge thank you to all my supporters and well wishers for electing me to serve as the Rajya Sabha Member of the Parliament. I express my heartfelt gratitude to Hon'ble Pawar Saheb and NCP for entrusting me with this responsibility. @PawarSpeaks @NCPspeaks #RajyaSabhaElections pic.twitter.com/WTyuqB3SiX
— Praful Patel (@praful_patel) June 10, 2022
पटेल ने कहा, ‘मैं आपके समर्थन से अभिभूत हूं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात काम करता रहूंगा कि आपकी और मेरे महाराष्ट्र की चिंताओं को सुना और संबोधित किया जाए।’
कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि वह अपनी जीत से खुश हैं, लेकिन शिवसेना के संजय पवार की हार दुर्भाग्यपूर्ण है।