मुंबई, 14 दिसंबर। महाराष्ट्र विधान परिषद की छह सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) को झटका देते हुए नागपुर सहित चार सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। इस क्रम में भाजपा ने अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीट शिवसेना से छीन ली। विधान परिषद की इन छह सीटों के लिए बीते 10 दिसंबर को मतदान कराया गया था।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़णवीस ने भाजपा की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा ने एमवीए के इस मिथक को तोड़ दिया है कि तीनों दल (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस) राज्य में मिलकर सभी चुनाव जीत सकते हैं।
फड़णवीस बोले – हमने एमवीए का मिथक चकनाचूर कर दिया
फड़णवीस ने कहा, ‘एमवीए के दल दावा कर रहे थे तीनों दल मिलकर सभी चुनाव जीतेंगे। हमने इस मिथक को चकनाचूर कर दिया है और मुझे लगता है कि इस जीत ने हमारी भविष्य की जीत की नींव रखी है।’
4 out of 6!#CouncilPoll Results proved that despite 3 MVA parties together, they can’t defeat @BJP4Maharashtra.
We thank Hon PM @narendramodi ji, Union Minister @AmitShah ji, our @BJP4India National President Hon @JPNadda ji for continuous guidance! pic.twitter.com/MjwCjNVfkK— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 14, 2021
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की दो सीटों पर हुए चुनाव में शिवसेना के सुनील शिंदे और भाजपा के राजहंस सिंह ने निर्विरोध जीत हासिल की। कोल्हापुर और नंदुरबार-धुले विधान परिषद चुनावों में भी कांग्रेस और भाजपा ने क्रमशः एक-एक सीट पर निर्विरोध जीत दर्ज की। नागपुर तथा अकोला-बुलढाणा-वाशिम सीटों पर 10 दिसंबर को मतदान हुआ था।
नागपुर में पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले जीते
जिला सूचना कार्यालय के अनुसार, नागपुर में पड़े 554 मतों में से भाजपा उम्मीदवार और राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को 362 मत मिले, जबकि एमवीए द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मंगेश देशमुख ने 186 वोट हासिल किए। कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र भोयर ने पहले चुनाव लड़ने में असमर्थता व्यक्त की थी, तब कांग्रेस पार्टी ने देशमुख का समर्थन किया था। हालांकि, बाद में भोयर ने चुनाव लड़ा और उन्हें केवल एक वोट मिला।
बावनकुले ने कहा कि एमवीए के पास 240 वोट थे। हालांकि, एमवीए समर्थित उम्मीदवार को केवल 186 वोट मिले। बावनकुले ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर निशाना साधते हुए उन पर निरंकुश तरीके से व्यवहार करने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए कि उनके वोट क्यों बंटे।
भाजपा ने अकोला-वाशिम-बुलढाणा सीट शिवसेना से छीनी
अकोला-वाशिम-बुलढाणा में शिवसेना के तीन बार के विधान पार्षद गोपीकिशन बाजोरिया को भाजपा के वसंत खंडेलवाल से हार का सामना करना पड़ा। कुल 808 वोटों में से खंडेलवाल को 443 जबकि बजोरिया को 334 वोट मिले। खंडेलवाल ने अपनी जीत का श्रेय अपनी पार्टी की सफल रणनीति को दिया।