हैदराबाद, 12 मार्च। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा, जब रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व सीएम एऩ. किरण कुमार रेड्डी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पार्टी के अध्यक्ष को लिखे अपने त्यागपत्र में रेड्डी ने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।’ हालांकि उन्होंने अपने त्यागपत्र में पार्टी छोड़ने का कारण नहीं बताया है।
रेड्डी के भाजपा में शामिल होने की संभावना
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो किरण कुमार रेड्डी के भाजपा में शामिल होने की संभावना है। ऐसा कहा जाता है कि वह पहले से ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं, जिसने उन्हें पूर्व मंत्री कन्ना लक्ष्मीनारायण के समान पार्टी में एक महत्वपूर्ण पद देने का वादा किया है, जिन्होंने हाल ही में तेलुगु देशम पार्टी में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ दी थी।
अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री रहे
62 वर्षीय किरण अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री थे। वह 11 नवंबर, 2010 को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, लेकिन राज्य को विभाजित करने के कांग्रेस पार्टी के फैसले के विरोध में 10 मार्च, 2014 को इस्तीफा दे दिया। विशेष रूप से, उन्होंने केंद्र सरकार के मसौदा विधेयक का विरोध करते हुए विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पारित कराया।
रेड्डी ने 2014 में एक क्षेत्रीय पार्टी – जय समैक्य आंध्र पार्टी – बनाने के लिए कांग्रेस छोड़ दी, लेकिन उस साल आम चुनावों में उनकी पार्टी की अपमानजनक हार के बाद, किरण ने 2018 में भव्य पुरानी पार्टी में लौटने से पहले कुछ समय के लिए राजनीति से दूरी बना ली।
हालांकि, कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के उनके पास आने और उनसे सक्रिय रहने का अनुरोध करने के बावजूद वह पार्टी में निष्क्रिय रहे। 2019 के आम चुनावों के दौरान भी वह राजनीति में चुप थे। अब 2024 के आम चुनावों से पहले, समझा जा रहा है कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने का मन बना लिया है।