नई दिल्ली, 2 फरवरी। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा अघाड़ी सरकार के प्रमुख घटक शिवसेना ने अपने दो अन्य सहयोगियों कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को झटका देते हुए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) का चुनाव अकेले लड़ने और साथ ही अपने दम पर 100 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया है। शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अनिल देसाई ने संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान राकांपा द्वारा पुणे नगरपालिका का चुनाव अपने दम पर लड़ने संबंधी मीडिया रिपोर्टों को लेकर कहा कि शिवसेना कई बार बीएमसी में सत्ता में रही है और वह चुनाव अकेले ही लड़ सकती है।
शिवसेना सांसद अनिल देसाई बोले – ‘100 सीट जीतने का हमारा लक्ष्य‘
देसाई ने कहा, ‘महाराष्ट्र में हम कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन में हैं। लेकिन आज पुणे में राकांपा नेतृत्व ने घोषणा की कि वे अकेले ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हम हमेशा से ही बीएमसी में करीब 100 सीटें जीतते आए हैं और इस बार हम अकेले ही बीएमसी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।’
परिसीमन के बाद बीएमसी के 24 वार्डों में अब कुल 236 सीटें
गौरतलब है कि परिसीमन की प्रक्रिया के तहत 24 वार्डों में बीएमसी की कुल सीटें 227 से बढ़ाकर 236 कर दी गई हैं। बीएमसी के लिए मार्च के अंतिम सप्ताह अथवा अप्रैल के शुरू में चुनाव होने की उम्मीद है। वर्तमान में 227 सीटों में से शिवसेना के पास 97 सीटें हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास 83, कांग्रेस के पास 29, राकांपा के पास 8, समाजवादी पार्टी के पास छह, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन के पास दो और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास एक सीट है।
मनसे और भाजपा के बीच गठबंधन की अटकलें
इस बीच बीएमसी चुनाव को लेकर राज्य में राज ठाकरे की पार्टी मनसे और भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही है। हालांकि मनसे पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे ने उन्हें आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है।
राज ठाकरे का कर्याकर्ताओं को निर्देश – अकेले दम चुनाव के लिए रहें तैयार
बांद्रा स्थित एमआईजी क्रिकेट क्लब में मनसे पदाधिकारियों की अहम बैठक में राज्यभर से मनसे नेताओं, महासचिवों और उपाध्यक्षों को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने सलाह दी कि वे गठबंधन की चर्चाओं में शामिल हुए बिना अपने दम पर चुनाव के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा, ‘हम देखेंगे कि गठबंधन होगा या नहीं।’