नई दिल्ली, 9 जनवरी। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को मजबूरी वाला गठबंधन बताया। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की तुलना में NDA ‘आत्मसमर्पित गठबंधन’ है।
राज्यसभा सांसद चतुर्वेदी ने दावा किया कि एनडीए में शामिल अन्य दल केवल पीएम मोदी और अमित शाह की उपस्थिति में खड़े होना जानते हैं। उनमें अपनी राय व्यक्त करने या निर्णय लेने की क्षमता नहीं है। इस कारण से भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए ‘आत्मसमर्पित गठबंधन’ है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘भाजपा का गठबंधन असल में मजबूरी का गठबंधन है क्योंकि हर कोई जानता है कि वे तभी जीत सकते हैं, जब किसी भी तरह के अत्याचार का समर्थन करेंगे। भाजपा ने इस देश को, देश के लोकतंत्र को और संविधान को दरकिनार कर दिया है। एनडीए में शामिल अन्य पार्टियां भी जानती हैं कि वे पीएम मोदी और अमित शाह के सामने न तो बोल पाएंगी और न ही कोई निर्णय ले पाएंगी। इसलिए उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह एक आत्मसमर्पण गठबंधन है।”
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की प्रकृति लोकतांत्रिक
एनडीए गठबंधन के विपरीत प्रियंका चतुर्वेदी ने 26 दलों के विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की जमकर प्रशंसा की और उसकी प्रकृति को लोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा, ‘ I.N.D.I.A. 26 पार्टियों का गठबंधन है। उनके बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यही लोकतंत्र की खूबसूरती है। यह चर्चा का विषय है। मुझे उम्मीद है कि इस पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा और हम सभी लोग देश के संविधान व देश की जनता के लिए इस लड़ाई को मजबूती से लड़ेंगे और इसमें विजयी होंगे।’