मुंबई, 24 सितम्बर। मायानगरी में शिवसेना की परंपरागत दशहरा रैली को लेकर रार थमने का नाम नहीं ले रही है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की अगुआई वाले शिवसेना गुट को दशहरा रैली के लिए शिवजी पार्क के उपयोग की अनुमति दी तो अब एकनाथ शिंदे गुट की प्रवक्ता किरण पावस्कर ने कहा है कि उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करने पर विचार किया जा रहा है।
वहीं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मध्य मुंबई में स्थित शिवाजी पार्क में वार्षिक दशहरा रैली निकालने की अनुमति देने के उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि न्यायपालिका में उनका भरोसा और मजबूत हुआ है।
हाई कोर्ट के फैसले पर बोले ठाकरे – ‘न्यायपालिका में हमारा भरोसा और मजबूत हुआ‘
गौरतलब है कि शिवाजी पार्क में पांच अक्टूबर को दशहरा रैली आयोजित करने के लिए शिवसेना के दोनों धड़ों (ठाकरे गुट और सीएम एकनाथ शिंदे गुट) ने अनुमति मांगी थी, जिसके बाद दोनों अदालत भी पहुंच गए। पीठ ने ठाकरे नीत शिवसेना को दो से छह अक्टूबर तक शिवाजी पार्क का उपयोग करने की अनुमति दी। अदालत के फैसले पर ठाकरे ने कहा, ‘न्यायपालिका में हमारा भरोसा और मजबूत हुआ है। पार्टी के गठन के वक्त से अब तक हमने शिवाजी पार्क में विजयदशमी मनानी बंद नहीं की है, सिर्फ कोरोना के दौरान उत्सव नहीं हुआ।’
उद्धव की शिवसैनिकों से अनुशासन बनाए रखने की अपील
इसी क्रम में उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से दशहरा रैली में अनुशासन बनाए रखने और दशकों पुरानी परंपरा का गौरव बरकरार रखने का अनुरोध किया है। ठाकरे ने कहा कि पांच अक्टूबर की रैली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार की है और आशा जताई कि राज्य प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाएगा।
ठाकरे के वफादार शिवसेना के अन्य नेताओं ने भी अदालत के फैसले का स्वागत किया। पार्टी की प्रवक्ता मनीषा कायान्डे ने कहा कि कोविड के कारण दो वर्ष बाद आयोजित हो रही दशहरा रैली भव्य होगी। मनीषा ने दावा किया कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) पर निश्चित ही कुछ दबाव रहा होगा, जिसके कारण उसने अनुमति नहीं दी। वहीं, शिवसेना की गठबंधन सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी फैसले का स्वागत किया है।
शिंदे गुट और भाजपा ने मिलकर बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया : शिवसेना
शिवसेना के सचिव विनायक राउत ने कहा, ‘न्यायपालिका में हमारा भरोसा कायम रहा है। पिछले कई वर्षों से ‘शिव तीर्थ’ (शिवसेना शिवाजी पार्क को यही कहती है) में दशहरा रैली हो रही है, लेकिन इस साल शिंदे गुट और भाजपा ने मिलकर बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया। शुक्र है कि अदालत ने इसे खारिज कर दिया।’
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाले शिवसेना गुट ने भी पांच अक्टूबर को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की अनुमति मांगी थी। हालांकि, बीएमसी ने दोनों गुटों को अनुमति देने से इनकार कर दिया और कहा कि किसी एक पक्ष को अनुमति देने से कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है।
शिवसेना के ठाकरे गुट को 2-6 अक्टूबर तक शिवाजी पार्क का उपयोग करने की अनुमति
न्यायमूर्ति आर.डी. धनुका और न्यायमूर्ति कमल खाता की खंडपीठ ने ठाकरे नीत शिवसेना गुट और उसके सचिव अनिल देसाई की, बृहन्मुंबई महानगरपालिका के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को अनुमति दे दी। अदालत ने कहा कि बीएमसी का आदेश ‘स्पष्ट रूप से कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग है।’ पीठ ने ठाकरे नीत शिवसेना को दो से छह अक्टूबर तक शिवाजी पार्क का उपयोग करने की अनुमति दी है, लेकिन साथ ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा है।