Site icon Revoi.in

शशि थरूर की चुनावी भविष्यवाणी – ‘भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी’

Social Share

कोझिकोड, 14 जनवरी। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देने के लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की कवायद आगामी लोकसभा चुनाव में किस हद तक फलीभूत होगी, यह तो अभी भविष्य के गर्भ में छिपा है। फिलहाल वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार को भविष्यवाणी करते हुए कहा कि भाजपा लोकसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा की संख्या को उस स्तर तक नीचे लाया जा सकता है, जहां उसके सहयोगी अब पार्टी का समर्थन करने के इच्छुक नहीं होंगे और इसके बजाय विपक्ष का समर्थन कर सकते हैं।

कांग्रेस के दिग्गज नेता ने कोझिकोड में केरल साहित्य महोत्सव (केएलएफ) में अपने संबोधन के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘मुझे अब भी उम्मीद है कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। लेकिन मेरा मानना है कि उनकी संख्या को उस स्तर तक कम किया जा सकता है, जहां से सरकार बनाने के लिए उनके संभावित सहयोगी उनके साथ सहयोग करने के इच्छुक नहीं होंगे। संभव है कि वे हमारे साथ गठबंधन करने को तैयार होंगे।’

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के सहयोगियों के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत पर थरूर ने उम्मीद जताई कि जितना संभव हो, उतने राज्यों में ‘पर्याप्त समझौते’ होंगे ताकि ‘रोकी जा सकने वाली हार’ से बचा जा सके। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि अंतिम निर्णय विभिन्न राज्यों की राजनीतिक प्रकृति के अनुसार लिया जाएगा।

 

कुछ राज्यों में सभी विपक्षी दलों के बीच सहमति हो सकती है और भाजपा के खिलाफ एक ही उम्मीदवार हो सकता है, जबकि किसी अन्य राज्य में दो या तीन उम्मीदवार हो सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘ऐसे मामलों में मतदाताओं को उस व्यक्ति को चुनना होगा, जो उनका सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करेगा।’

थरूर ने यह भी कहा कि केरल में I.N.D.I.A. के दो प्रमुख विरोधियों – सीपीआई (एम) और कांग्रेस का कभी सीट-बंटवारे पर सहमत होने की कल्पना करना लगभग असंभव है। वहीं, पड़ोसी तमिलनाडु में सीपीआई, सीपीआई (एम), कांग्रेस और डीएमके सभी एक साथ गठबंधन में हैं और कोई बहस नहीं है, कोई विवाद नहीं है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह सबसे अच्छी बात है, जो वे कर सकते हैं, और यदि ऐसा होता है, और विचारों में पर्याप्त भिन्नता है, तो शायद भाजपा उम्मीदवार जीत जाएगा। लेकिन यह हमारी फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली में लोकतंत्र है। सबसे महत्वपूर्ण बात, जो इस देश के लोगों को याद दिलाने की जरूरत है, वह है अपने निर्वाचन क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति को वोट देना।’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक विविधतापूर्ण देश है और वह उस स्थिति के साथ रहने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जहां उनके पास ‘100 प्रतिशत राज्यों में 100 प्रतिशत सहमति’ नहीं है।