पाकिस्तान,9नवंबर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में प्रदूषण के कारण स्थिति गंभीर हो गई है,यहां वायु की गुणवत्ता का रिकार्ड स्तर तक नीचे गिर गई है। मुल्तान का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 2,135 तक पहुंच गया है, जिससे शहर में खतरनाक स्माॅग की मोटी परत छा गई है। इससे निपटने के लिए आपातकालीन उपायों को लागू किए जा रहें हैं।
प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए पंजाब सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें पार्कों, म्यूजियम और अन्य सार्वजनिक स्थलों को 17 नवम्बर तक बंद करने का आदेश दिया गया है। स्विट्जरलैंड की एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेवा IQAir के मुताबिक मुल्तान का AQI उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है, जिसमें PM2.5 की सांद्रता 947 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जोकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा से लगभग 190 गुना अधिक है।
अत्यधिक धुआं छोड़ रहे वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस कर रही कार्रवाई
स्मॉग के फैलने को रोकने के लिए मुल्तान के डिप्टी कमिश्नर वसीम हमीद सिंधू ने ‘लॉकडाउन’ लागू किया है। इन प्रतिबंधों के तहत बाजारों को शाम 8 बजे तक बंद करना होगा और ट्रैफिक पुलिस उन वाहनों पर कार्रवाई कर रही है जो अत्यधिक धुआं छोड़ रहे हैं। इसके अलावा, पराली जलाने, अवैध कचरा फेंकने, और ईको-फ्रेंडली तकनीक के बिना चल रहे ईंट भट्टों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़ और खानवाल जैसे आसपास के इलाकों में भी इसी तरह की खतरनाक स्थिति का सामना किया जा रहा है।
मुल्तान के मुख्य अस्पताल निश्तर ने अपनी आपातकालीन और ओपीडी विभाग में विशेष स्मॉग उपचार काउंटर चला रहा है, क्योंकि सांस की समस्याओं के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि, स्थानीय लोग शिकायत कर रहे हैं कि प्रतिबंधों का सही से पालन नहीं किया जा रहा है और बच्चों को स्कूल बंद होने के बावजूद बाहर खेलते देखा जा रहा है। बहुत से लोग गले में खराश, खांसी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जो इस जहरीली हवा के कारण हो रही हैं।
लाहौर में भी शुक्रवार रात AQI 1,000 के पार पहुंच गया यह कुछ समय के लिए दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था। अधिकारियों ने लाहौर, ननकाना साहिब, गुज्जरांवाला, सियालकोट, फैसलाबाद, चीनीओट और झांग में पार्कों, खेल के मैदानों और अन्य मनोरंजन क्षेत्रों में सार्वजनिक प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
वरिष्ठ मंत्री मरियम ने बताया कि इस संकट से निपटने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं जिसमें धूल को कम करने के लिए मालवाहन ट्रकों को ढकने, बच्चों को घर के अंदर रहने की सलाह देने और प्रदूषण फैलाने वालों पर कड़ी सजा लगाने जैसे उपाय शामिल हैं। प्रदूषण कम करने के लिए अधिकारियों ने अनुपालन न करने वाले खाद्य स्टॉलों को बंद कर दिया है और दक्षिण और केंद्रीय पंजाब के सबसे प्रभावित रास्तों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।