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केरल गोल्ड स्मगलिंग केस की मुख्य आरोपी का गंभीर आरोप- जांच अधिकारियों ने डिलीट कर दिए सबूत

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तिरुवनंतपुरम, 23 जुलाई। केरल गोल्ड स्मगलिंग केस की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने NIA अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। स्वप्ना का कहना है कि केरल पुलिस से एनआईए के ऑफिसर्स ने उसके ज्यादातर सबूतों को डिलीट कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि केरल के पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक एमएलए जलील किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं।

स्वप्ना सुरेश ने कहा, “केटी जलील किसी भी आरोप से इनकार नहीं कर सकते हैं। यह आरोप नहीं है। इसका सबूत है। हलफनामे में मैंने यह दिखाने के लिए इसे सबूत के तौर पर पेश किया है कि वह किसी भी हद तक गिर सकता है। मैं उस दौरान महावाणिज्य दूत के पीए के रूप में काम नहीं कर रहा थी। अगर आप तारीखों को देखते हैं, तो वास्तव में मैं केरल सरकार के तहत स्पेसपार्क प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहा थी, जहां मुझे माननीय की ओर से भेजा गया था।”

मुख्य आरोपी ने कहा, “मैं खुलासा नहीं कर सकती, क्योंकि यह मेरे मामले का एक हिस्सा है और इसकी जांच जारी है। मेरा भी दम घुट रहा है कि मैं कुछ कर नहीं पा रही हूं। मेरे खिलाफ साजिश के तहत इस तरह के फर्जी मामले बनाए गए हैं। मैं लोगों को दिखाना चाहती थी कि मेरे पास सबूत है। सबूत पहले एनआईए की ओर से जब्त किए गए थे और जब मैंने अन्य जांच एजेंसियों के साथ बैठने की कोशिश की, तो वे मुझे नहीं मिले क्योंकि ज्यादातर डिलीट कर दिए गए थे। मैं उन्हें इकट्ठा करने की कोशिश कर रही हूं।”

बता दें कि 5 जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने एक बैग से 30 किलोग्राम 24 कैरेट सोना जब्त किया गया था, जिसे तिरुवनंतपुरम में यूएई के वाणिज्य दूतावास में पहुंचाया जाना था। इस मामले में केरल के सीएम पिनाराई विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर को निलंबित कर दिया गया और प्रारंभिक जांच के बाद पद से हटा दिया गया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों में से एक स्वप्ना सुरेश के साथ उनके संबंध थे।

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