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जम्मू-कश्मीर : अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का निधन, घाटी में अलर्ट के बीच इंटरनेट सेवा स्थगित

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श्रीनगर, 2 सितम्बर। कश्मीर घाटी में कट्टरपंथी अलगाववादी नेता एवं हुर्रियत (जी) के पूर्व प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार देर रात निधन हो गया। वर्ष 2008 से लगातार हैदरपोरा स्थित आवास पर नजरबंद 92 वर्षीय गिलानी को सांस लेने में दिक्कत व सीने में जकड़न की शिकायत हुई, जिसके बाद चिकित्सकों ने घर में ही उनकी देखभाल की। देर रात लगभग साढ़े 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

संवेदनशील स्थानों पर पुलिस व सुरक्षा बल तैनात

गिलानी के निधन के बाद पूरी घाटी में अलर्ट कर दिया गया। पुलिस तथा सुरक्षा बलों की संवेदनशील स्थानों पर तैनाती कर दी गई है। सभी जिलों के एसएसपी को कानून व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी गई है।

जम्मू-कश्मीर पीपुल्स लीग के अध्यक्ष मुख्तार अहमद वाजा गिरफ्तार

कश्मीर के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बताया कि पूरी घाटी में पाबंदियां लगाने के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी गई है। इसी क्रम में दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग से हुर्रियत नेता तथा जम्मू-कश्मीर पीपुल्स लीग के अध्यक्ष मुख्तार अहमद वाजा को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने उत्तरी कश्मीर के लोगों से संयम बरतने की अपील की है। साथ ही उन्हें श्रीनगर की ओर न जाने की सलाह दी है। गिलानी के परिवार वाले चाहते हैं कि श्रीनगर के शहीदी कब्रगाह में उन्हें दफनाया जाए, लेकिन उन्हें हैदरपोरा में दफनाए जाने की उम्मीद है।

तीन बार सोपोर से विधायक रहे गिलानी

गिलानी ने कश्मीर घाटी से अनुच्छेद 370 हटने के बाद जून, 2020 में हुर्रियत (जी) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। 29 सितम्बर, 1929 को सोपोर में जन्मे गिलानी पूर्व में जमात-ए-इस्लामी के सदस्य थे, लेकिन बाद में तहरीक-ए-हुर्रियत का गठन किया। वर्ष 1972, 1977 व 1987 में सोपोर से विधायक रह चुके गिलानी आल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन भी रहे।

महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन ने जताया शोक

इस बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती एवं पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने गिलानी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। महबूबा ने ट्वीट किया, ‘गिलानी साहब के निधन की खबर से दुखी हूं। हम ज्यादातर बातों पर सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन मैं उनकी दृढ़ता और उनके विश्वासों के साथ खड़े होने के लिए उनका सम्मान करती हूं। अल्लाहताला उन्हें जन्नत और उनके परिवार तथा शुभचिंतकों के प्रति संवेदना प्रदान करें।’

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