मुंबई, 14 जुलाई। थोक मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे माह गिरावट और वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी के समर्थन से भारतीय शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी तेजी देखने को मिली। इस क्रम में सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनियों में भारी लिवाली तथा विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पहली बार 66000 अंक के ऊपर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी भी अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में 502 अंकों की उछाल
कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन सेंसेक्स 502.01 अंक यानी 0.77 प्रतिशत उछलकर अब तक के उच्चतम स्तर 66060.90 अंक पर बंद हुआ। हालांकि दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 600.9 अंक चढ़कर 66159.79 अंक के रिकॉर्ड स्तर तक भी चला गया था।
निफ्टी रिकॉर्ड 19,564.50 अंक पर बंद
दूसरी तरफ निफ्टी भी 150.75 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड 19,564.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी एक समय 181.6 अंक उछलकर 19,595.35 अंक के उच्चतम स्तर तक भी चला गया था।
सेंसेक्स के समूह में शामिल शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज पांच प्रतिशत से अधिक और टेक महिंद्रा 4.51 प्रतिशत मजबूत हुए। इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो, टाटा स्टील, नेस्ले, एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो और हिन्दुस्तान यूनिलीवर भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे। वहीं नुकसान में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, टाइटन, मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी और एक्सिस बैंक शामिल हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में ज्यादातर में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार को बढ़त पर बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक गुरवार को लिवाल रहे और उन्होंने 2,237.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.29 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया।