नई दिल्ली, 4 दिसंबर। हिन्दी पत्रकारिता के जाने माने चेहरे एवं वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का शनिवार को निधन हो गया। 67 वर्षीय दुआ लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनकी बेटी और अभिनेत्री मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पिता के निधन की पुष्टि की। उनका अंतिम संस्कार रविवार मध्याह्न 12 बजे लोधी श्मशान गृह में किया जाएगा।
मल्लिका ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘वह (विनोद दुआ) अब हमारी मां और उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में है और वे साथ में गाना, खाना पकाना और यात्रा जारी रखेंगे।’
कोरोना की दूसरी लहर में पत्नी ने छोड़ा था साथ
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में विनोद दुआ और उनकी पत्नी संक्रमित हो गए थे। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस वक्त दुआ ने कोरोना को मात दे दी थी, लेकिन उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था।
लीवर में संक्रमण के चलते अपोलो की आईसीयू में भर्ती थे
दूरदर्शन और एनडीटीवी जैसे समाचार चैनलों के लिए सेवाएं दे चुके विनोद दुआ को लीवर में संक्रमण के कारण कुछ दिनों पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पांच दिनों से वह अपोलो के आईसीयू में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। गत 30 नवंबर को यह अफवाह भी फैल गई थी कि दुआ का निधन हो गया है। हालांकि मल्लिका ने लोगों ने अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए जानकारी दी थी कि उनके पिता की हालत बेहद नाजुक है।
‘जायका इंडिया का‘ शो ने हासिल की काफी लोकप्रियता
विनोद दुआ ने 42 वर्ष से अधिक समय तक पत्रकारिता की सेवा की। एनडीटीवी समाचार चैनल पर ‘जायका इंडिया का’ उनका शो बहुत ही लोकप्रिय हुआ। इधर बीच वह वेब शो में अपनी राजनीतिक टिप्पणी के लिए भी जाने जाते थे।
2008 में पद्मश्री से सम्मानित किए गए थे
विनोद दुआ का जन्म 11 मार्च, 1954 को नई दिल्ली में हुआ था। पत्रकारिता में सराहनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने 2008 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। वर्ष 1996 में रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार बने थे।
हंसराज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक करने के बाद दुआ ने दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में मास्टर डिग्री हासिल की। नवंबर,1974 में उन्होंने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले हिन्दी भाषा के कार्यक्रम ‘युवा मंच’ में टेलीविजन पर पहली प्रस्तुति दी थी।