पटना, 9 जुलाई। चुनाव आयोग द्वारा बिहार में कराए जा रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ बुधवार को महागठबंधन की ओर से आहूत बिहार बंद दौरान पटना में नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाले गए जुलूस के दौरान कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता कन्हैया कुमार रथ पर चढ़ने से सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया।
दरअसल, बिहार बंद के दौरान विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के विरोध मार्च में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और कुछ अन्य नेता एक खुले वैन पर सवार हुए। जब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव वैन पर चढ़ गए तो कन्हैया यादव व पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव सहित कई अन्य नेता भी चढ़ने की कोशिश करने लगे। लेकिन उन सभी को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। पप्पू यादव को वैन पर चढ़ते वक्त रोके जाने की तस्वीरें अब सामने आ गई हैं।
कन्हैया कुमार को रथ पर जगह नहीं मिलने से कई तरह की चर्चाएं
प्रदर्शन के दौरान का एक वीडियो वायरल है, जिसमें रथ से नीचे उतरते कन्हैया कुमार को देखा जा रहा है। युवा चेहरे के रूप में पेश किये जा रहे कन्हैया को रथ पर जगह नहीं मिलने से अब कई तरह की चर्चाए हैं। इसमें तेजस्वी यादव के साथ उनकी दूरी की बातें भी कहीं जा रही है। इस घटना को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। कुछ इसे कांग्रेस के भीतर बढ़ती अंतर्कलह से जोड़ रहे हैं तो कुछ लोग इसे सुरक्षात्मक निर्णय बता रहे हैं। हालांकि, अब तक कांग्रेस की ओर से या खुद कन्हैया कुमार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कन्हैया और तेजस्वी को लेकर बिहार की सियासत में दरार की खबरें
उल्लेखनीय है कि 28 सितम्बर, 2021 को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद से ही कन्हैया और तेजस्वी को लेकर बिहार की सियासत में दरार की खबरें हैं। इसी वर्ष बिहार कांग्रेस की 16 मार्च से शुरू हो रही ‘नौकरी दो, पलायन रोको’ यात्रा को जब कन्हैया कुमार लीड कर रहे थे, उस दौरान भी इसे लेकर तेजस्वी की नाराजगी की खबरें कथित रूप से आई थी।
इसके पहले बेगूसराय से भाकपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद कन्हैया ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। लेकिन वह बिहार में बतौर कांग्रेसी नेता कभी सक्रिए नहीं हुए, बल्कि उनके साथ मंच शेयर करने में तेजस्वी की असहजता खबर बनती रही। वहीं, वर्ष 2019 में बेगूसराय में कन्हैया ने चुनाव लड़ा तो राजद ने तनवीर हसन को भी मैदान में उतारा था।
मई, 2023 में पटना में आयोजित प्रज्ञापति सम्मेलन में कन्हैया के शामिल होने पर मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाए गए तेजस्वी यादव ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली थी। हालांकि हाल ही में जून में कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव है और यदि महागठबंधन चुनाव जीतती है तो तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे।

