श्रीनगर, 16 दिसंबर। कुलगाम जिले के रेडवानी इलाके में गुरुबार को तड़के सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकियों को मार गिराया गया है। कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी है।
पुलवामा में बुधवार को मारा गया था हिजबुल मुजाहिदीन का एक आतंकवादी
इससे पहले सुरक्षा बलों ने बुधवार को पुलवामा में हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को ढेर किया था। मारे गए आतंकी की पहचान फिरोज अहमद डार के रूप में हुई थी, जो श्रेणी ए का आतंकवादी था और वर्ष 2018 में शोपियां के जैनपोरा में हुए हमले सहित कई आतंकी अपराधों में शामिल था। डार वर्ष 2017 से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था। डार फरवरी, 2019 में एक लड़की इशरत मुनीर की हत्या में भी शामिल था।
फिरोज अहमद डार वर्ष 2017 से आतंकी गतिविधियों में लिप्त था
कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि फिरोज अहमद डार एक गैर-स्थानीय मजदूर, पंजाब के फाजिला निवासी चरणजीत की हत्या में शामिल था और अक्टूबर, 2019 में शोपियां के जैनापोरा इलाके में एक वाहन में सेब को लोड कर रहे मजदूरों पर भी उसने हमला किया था। पुलिस के मुताबिक उसने स्थानीय भोले-भाले युवाओं को टेरर एक्टिविटी में रिक्रूट करने पर अहम भूमिका भी निभाई थी।
वहीं चिनार के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा, कश्मीर में जब किसी सुरक्षाकर्मी और युवा की मृत्यु होती है तो उससे सिर्फ हमारे देश के दुश्मन खुश होते हैं। उसमें एक बड़ा तबका है ह्वाइट कॉलर आतंकी ( सफेदपोश दहशतगर्द), ये हमारे समाज के सबसे खतरनाक हिस्सा हैं। ये बच्चों को चुनते हैं। ये उनमें से कुछ बच्चों को उकसाते हैं और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए कहते हैं। जब वह आतंकी आम इंसान की जिंदगी लेता है और जब उसकी खुद की मौत होती है तो सबसे ज्यादा खुशी ह्वाइट कॉलर आतंकी को होती है।’