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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव : नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच हुआ सीटों का बंटवारा

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श्रीनगर, 26 अगस्त। जम्मू-कश्मीर में अगले माह होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए नेशनल कॉफ्रेंस (NC) और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर बात पक्की हो गई है। एनसी को जहां 51 सीटों पर मौका दिया गया है जबकि 32 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लडेगी।

एनसी को 51 सीटों पर मौका, कांग्रेस 32 सीटों पर लड़ेगी

कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बात पक्की हो गई है। 51 सीटों पर एनसी और 32 सीटों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी जबकि दो सीटें सीपीआईएम और पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ी जाएंगी।

5 सीटों पर सहमति नहीं बनी, दोनों पार्टियां दोस्ताना मुकाबला करेंगी

वहीं पांच सीटों को अलग रखा गया है। इन सीटों पर दोनों पार्टियां एक दोस्ताना मुकाबला करेंगी, इसका मतलब यह कि दोनों ही पार्टियों के बीच में इन सीटों पर मतभेद पूरी तरह से समाप्त नहीं हुए हैं।

दोस्ताना मुकाबले के लिए छोड़ी गई पांच सीटों को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘तीन सीटें ऐसी थीं, जिन्हें छोड़ना हमारे लिए मुश्किल हो रहा था तो वहीं दो सीटें ऐसी थीं, जिन्हें छोड़ना कांग्रेस के लिए मुश्किल हो रहा था। इसलिए हमने फैसला किया कि इन पांचों सीटों पर पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं।’

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 18 व कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

इस बीच नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 18 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। वहीं कांग्रेस ने भी नौ उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें त्राल, अनंतनाग और डोडा क्षेत्र सहित नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवार शामिल हैं।

90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में होने हैं चुनाव

जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 18 सितम्बर, 25 सितम्बर और एक अक्टूबर को तीन चरणों में होंगे। चार अक्टूबर को नतीजों का एलान किए जाने की उम्मीद है। अनुच्छेद 370 व और 35 ए हटाए जाने और केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किए जाने के बाद, जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 से जम्मू-कश्मीर को एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शासित किया गया है, जिसमें प्रमुख शक्तियां उपराज्यपाल के पास हैं। मौजूदा वक्त में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज कुमार सिन्हा हैं।