नई दिल्ली, 21 अप्रैल। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) पेंशनधारकों और वरिष्ठ ग्राहकों को सहूलियत देने के लिए बैंकिंग प्रतिनिधि या ग्राहक सेवा केंद्र पर आंखों की पुतलियों के जरिए पहचान की सुविधा (आइरिस स्कैनर) उपलब्ध कराने की संभावनाओं पर गौर कर रहा है। बैंक प्रतिनिधि के पास ही ‘आइरिस स्कैनर’ की सुविधा मिल जाने से वरिष्ठ ग्राहकों को बैंक शाखा जाने की जरूरत नहीं रह जाएगी। वे अपने नजदीकी बैंक मित्र केंद्र से ही पेंशन निकाल पाएंगे।
बैंक मित्र संचालकों के पास ‘आइरिस स्कैनर‘ लगाने की योजना
एसबीआई ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि वह अपने बैंक मित्र संचालकों के पास ‘आइरिस स्कैनर’ लगाने के विकल्प का परीक्षण कर रहा है। इससे वरिष्ठ ग्राहकों और पेंशनधारकों की चुनौतियों में कमी आएगी। ‘आइरिस स्कैनर’ की मदद से किसी व्यक्ति की आंखों की पुतलियों के जरिये पहचान की पुष्टि की जा सकती है।
यह है वजह
दरअसल, हाल ही में ओडिशा के नवरंगपुर जिले में एक वयोवृद्ध महिला अपनी पेंशन निकालने के लिए बैंक मित्र के पास गई थीं, लेकिन अंगुलियों की पुष्टि नहीं हो पाने से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ा था। बैंक ने कहा कि इस तरह की स्थिति से बचने के लिए आइरिस स्कैनर लगाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।