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पाकिस्तान : सरबजीत सिंह के हत्यारे आमिर सरफराज की लाहौर में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की

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इस्लामाबाद, 14 अप्रैल। भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की जेल में हत्या करने वाले पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन आमिर सरफराज की रविवार को लाहौर में दो अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। पाकिस्तान के वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन में से एक आमिर सरफराज उर्फ तांबा पर लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हमला किया। सूत्रों ने बताया कि गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।

आमिर सरफराज का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था और वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक का करीबी सहयोगी था। जेल में सरबजीत सिंह पर हमला करने के आरोप में सरफराज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, सरफराज को उसके खिलाफ सबूतों की कमी का हवाला देते हुए 2018 में एक पाकिस्तानी अदालत ने बरी कर दिया था।

जासूसी के आरोप में पंजाब निवासी सरबजीत को फांसी की सजा सुनाई गई थी

उल्लेखनीय है कि पंजाब के निवासी सरबजीत सिंह को जासूसी के आरोप और 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों में कम से कम 14 पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि इस दावे का उनके परिवार और भारतीय अधिकारियों ने जोरदार खंडन किया था। सरबजीत सिंह के परिवार का दावा था कि वह खेती के दौरान गलती से पाकिस्तान की सीमा पार कर गए थे।

23 वर्षों तक लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद थे सरबजीत

पाकिस्तानी जेल में दो दशक से अधिक समय बिताने के बाद, सरबजीत सिंह की मई, 2013 में मृत्यु हो गई। उन्हें 23 वर्षों तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया था। जेल में उन पर कुछ कैदियों ने हमला किया था, जिसमें कथित तौर पर आमिरर सरफराज भी शामिल था। यह हमला भारत में 2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के कुछ दिनों बाद हुआ था।

49 वर्षीय सरबजीत को कैदियों के एक समूह द्वारा सिर पर ईंटों से हमला करने के बाद मस्तिष्क की गंभीर चोटों के कारण लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों बाद, उन्होंने दम तोड़ दिया और उनका शव भारत लाया गया। जेल की सजा के दौरान सरबजीत सिंह की बड़ी बहन दलबीर सिंह ने अपने भाई की रिहाई के लिए अथक प्रयास किया था। उल्लेखनीय है कि 2016 में ‘सरबजीत’ नामक एक हिन्दी फीचर फिल्म भी रिलीज हुई थी, जिसमें अभिनेता रणदीप हुडा और ऐश्वर्या राय बच्चन ने अभिनय किया था। यह फिल्म दलबीर कौर और उनके भाई की रिहाई की मांग पर आधारित थी।