मुंबई, 23 जून। महाराष्ट्र में उठे राजनीतिक तूफान के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे की अगुआई वाले बागी विधायकों के कहा है कि बातचीत के दरवाजे अब भी खुले हैं और उन्हें गुलामी की जगह स्वाभिमान से फैसला करना चाहिए।
संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, ‘विचार-विमर्श मार्ग प्रशस्त कर सकता है। चर्चा हो सकती है। घर के दरवाजे खुले हैं। जंगल क्यों भटकता है? आइए गुलामी के बजाय स्वाभिमान से फैसला करें! जय महाराष्ट्र!’
चर्चेतून मार्ग निघू शकतो.
चर्चा होऊ शकते.
घरचे दरवाजे उघडे आहेत..
का उगाच वण वण भटकताय?
गुलामी पत्करण्यापेक्षा स्वाभिमानाने निर्णय घेऊ!
जय महाराष्ट्र!— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 23, 2022
बागी विधायक मुंबई लौटकर बात करें तो शिवसेना एमवीए सरकार छोड़ने को तैयार
राउत ने इसके पहले कहा कि अगर असम में डेरा डाले हुए बागी विधायकों का समूह 24 घंटे में मुंबई लौटता है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ मामले पर चर्चा करता है तो शिवसेना महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार छोड़ने के लिए तैयार है।
संजय राउत ने बागी विधायकों से कहा, ‘हम आपकी मांग पर विचार करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते आप 24 घंटे में मुंबई वापस आएं और सीएम उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करें। आपकी मांग पर सकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा। ट्विटर और ह्वाट्सऐप पर चिट्ठी मत लिखिए।’
उन्होंने कहा, ‘मुंबई से बाहर हैं जिन विधायकों ने हिन्दुत्व का मुद्दा उठाया है। अगर इन सभी विधायकों को लगता है कि शिवसेना को एमवीए से बाहर निकलना चाहिए तो मुंबई वापस आने की हिम्मत दिखाएं। आप कहते हैं कि आपको सिर्फ सरकार के साथ परेशानी है और यह भी कहते हैं कि आप सच्चे शिवसैनिक हैं…आपकी मांग पर विचार किया जाएगा, लेकिन आएं और उद्धव ठाकरे से बात करें।’
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे वर्तमान में शिवसेना के 37 बागी विधायकों और नौ निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिसने पार्टी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को संकट में डाल दिया है। एमवीए सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस भी साझेदार हैं।
इसी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को शीर्ष पद छोड़ने की पेशकश की थी और बाद में उपनगरीय बांद्रा में अपने परिवारिक घर जाने से पहले दक्षिण मुंबई में अपना आधिकारिक आवास भी खाली कर दिया था।