जम्मू, 21 जनवरी। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनने में सक्षम हैं और देश की सबसे पुरानी पार्टी के बिना कोई भी तीसरा मोर्चा सफल नहीं होगा। राउत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा का मकसद घृणा और डर को दूर करना है और उनका उद्देश्य अपनी पार्टी के बैनर तले विरोधी दलों को एकजुट करना नहीं है।
राहुल 2024 के चुनाव में एक बड़ी चुनौती बनेंगे
राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘वैचारिक और राजनीतिक मतभेदों से अलग वह (गांधी) अपना नेतृत्व कौशल दिखाएंगे और एक बड़ी चुनौती (वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा के लिए) बनेंगे। वह एक करिश्मा करेंगे।’
यह यात्रा राहुल के बारे में भाजपा के सभी मिथकों को तोड़ देगी
बारिश के बावजूद हटली मोढ़ से चंदावल के बीच 13 किलोमीटर तक राहुल गांधी के साथ पैदल चलने वाले राउत ने कहा कि कांग्रेस के बारे में भाजपा गलत धारणा फैला रही है, लेकिन यह यात्रा राहुल के बारे में भाजपा के सभी मिथकों को तोड़ देगी। क्या राहुल गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं, इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा – क्यों नहीं।
राउत ने कहा कि गांधी ने खुद ही कहा है कि वह प्रधानमंत्री बनने के इच्छुक नहीं हैं, लेकिन ‘जब लोग उन्हें शीर्ष पद पर देखना चाहेंगे, तो उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।’ राउत ने कहा, ‘कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3500 किलोमीटर हर कोई नहीं चल सकता। इसके लिए बहुत अधिक समर्पण और देश के लिए प्यार की जरूरत पड़ती है। उन्होंने अपने देश के लिए अपनी चिंताओं को जाहिर किया है और मैं इस यात्रा में कोई राजनीति नहीं देखता।’
कांग्रेस के बिना तीसरे मोर्चे के विचार को खारिज करते हुए राउत ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में बहुत दम है और देशभर के हर कोने व नुक्कड़ पर इसकी मौजूदगी है।