मुंबई, 26 नवम्बर। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने कहा कि उनके सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के हैंडल से किये गये पोस्ट में जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर का संदर्भ था, लेकिन उनका इरादा इजराइल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
इजराइल-हमास में जारी युद्ध के बीच राउत ने कहा कि इजराइली दूतावास ने उनके पुराने पोस्ट के बाद एक पत्र भेजा है और हो सकता है कि किसी ने उन्हें (दूतावास के लोगों को) उनका (राउत का) विरोध करने के लिए कहा हो। राउत के उस पोस्ट को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ से हटा दिया गया है।
राज्यसभा सदस्य ने संबंधित पोस्ट का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इजराइल के बारे में मेरा वह पोस्ट पुराना था। इसमें हिटलर का जिक्र किया गया था, लेकिन इजराइल की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था। मैंने वह पोस्ट भी हटा दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमास ने जिस तरह इजराइल पर हमला शुरू किया, मैंने उसकी भी आलोचना की थी।’’ गाजा स्थित अस्पतालों पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए राउत ने कहा कि बच्चों को युद्ध से दूर रखा जाना चाहिए।
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, ‘‘मैंने कहा था कि ये अमानवीय है। आप मानवता नहीं दिखा रहे हैं, तो हो सकता है कि अतीत में किसी नेता ने आपका विरोध किया हो, मैंने बस इतना ही कहा था। एक महीने बाद इजराइली दूतावास ने एक पत्र लिखा है। किसी ने उनसे कहा होगा, ये संजय राउत हैं, इनका विरोध करो।’