पटना, 19 नवम्बर। बिहार में एनडीए सरकार के गठन की कवायद के बीच सबसे बड़े घटक दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आज पार्टी विधायक दल के नेता और उपनेता का मनोनयन की घोषणा कर दी। 17वीं विधानसभा में उप मुख्यमंत्री का दायित्व निभाने वाले सम्राट चौधरी को नेता और दूसरे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुन लिया गया है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक में दोनों नेताओं की मनोनयन की घोषणा की गई। पार्टी ने सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा के के चयन से यह संदेश भी स्पष्ट किया है कि सरकार में भाजपा का योगदान और हिस्सा पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और प्रभावी होने वाला है।
आज माननीय प्रदेश अध्यक्ष डॉ. @DilipJaiswalBJP जी की अध्यक्षता में भाजपा विधानमंडल दल की महत्वपूर्ण बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।
बैठक में बिहार भाजपा विधानमंडल दल के नेता श्री @samrat4bjp और उप नेता श्री @VijayKrSinhaBih जी चुने गए।
इस अवसर पर बिहार चुनाव प्रभारी माननीय… pic.twitter.com/mOs6i6fO0B
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) November 19, 2025
सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा के प्रस्तावक पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार के साथ ही राम कृपाल यादव, कृष्ण कुमार ऋषि, संगीता कुमारी, अरुण शंकर प्रसाद, मिथिलेश तिवारी, नितिन नवीन, वीरेंद्र कुमार, रमा निषाद, मनोज शर्मा एवं कृष्ण कुमार मंटू बने।
भाजपा के भीतर यह भी माना जा रहा है कि बिहार की सामाजिक और जातीय संरचना को ध्यान में रखकर ही इन पदों पर सहमति बनाई गई है। चुनाव में मिली प्रचंड जीत का बड़ा कारण विविध जातीय समूहों का भाजपा के पक्ष में एकजुट होना रहा है। इसी सामाजिक समीकरण को बनाए रखने और आगे भी उसे सशक्त करने के लिए पार्टी अपने शीर्ष कैबिनेट चेहरों को उसी सोच के अनुसार संयोजित कर रही है।
भाजपा की रणनीति साफ है कि हर क्षेत्र और हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए ताकि सरकार पर सबकी भागीदारी का असर दिखे। नेता एवं उप नेता के पद पर पुराने चेहरे को एक बार फिर भरोसा कर दूरगामी संदेश दिया है। पार्टी के इस पहल से अनुभवी और पुराने विधायकों के भी मंत्रिमंडल में फिर से वापसी की संभावना बढ़ गई है।

