पटना, 28 जनवरी। बिहार में आरजेडी नीत महागठबंधन का साथ छोड़ एक बार फिर भाजपा नीत राजग का हिस्सा बन चुके जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की नई सरकार भाजपा की ओर से दो डिप्टी सीएम भी होंगे। इस बार भाजपा ने दो तेजतर्रात नेताओं – बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को चुना है, जो सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।
देखा जाए तो भाजपा ने इस बार बिहार में बड़ा बदलाव किया है। पिछली बार पार्टी ने पिछड़ी जाति से आने वाले तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी को नीतीश का डिप्टी बनाया था तो वहीं इस बार भूमिहार समुदाय से आने वाले विजय सिन्हा और पिछड़ी जाति से आने वाले सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
सम्राट चौधरी चुने गए भाजपा विधायक दल के नेता, विजय सिन्हा होंगे उपनेता
इस बीच भाजपा की बैठक में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सम्राट चौधरी ने कहा, ‘यह मेरे लिए भावुक क्षण है कि आज सरकार में काम करने के लिए विधानमंडल के नेता के तौर पर मेरा चयन किया गया। मैं पार्टी नेतृत्व और सभी विधायकों का धन्यवाद देता हूं।’
चौधरी ने कहा, ‘2020 में हमें जनादेश बिहार के विकास और लालू यादव के आतंक को खत्म करने के लिए मिला था। जब भाजपा को नीतीश कुमार से यह सुनिश्चित करने का प्रस्ताव मिला कि बिहार में कोई जंगल राज न हो तो हमने इसका समर्थन करने का फैसला किया।’ विजय सिन्हा को भाजपा विधायक दल का उपनेता चुना गया।
गौर करने वाली बात यह है कि कल तक जो नीतीश पर आक्रमक थे, आज उनके साथ हैं। वैसे यह पहली बार नहीं है, जब लालू यादव से नाता तोड़कर नीतीश कुमार भाजपा से जोड़ रहे हैं। पूर्व में वह पहले भी इसी तरह के घटनाक्रम को अंजाम दे चुके हैं।
दो वर्ष पहले नीतीश भाजपा का साथ छोड़कर आरजेडी के साथ मिलकर गठबंधन में शामिल हुए थे। उन्होंने देश की मोदी सरकार को हराने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट कर I.N.D.I.A. गठबंधन की नींव भी रखी थी। लेकिन, बीते कुछ दिनों में घटनाक्रम कुछ इस तरह पलटा कि आज बिहार में सीएम तो एक बार फिर नीतीश कुमार ही बन रहे हैं, बस सरकार नीतीश और भाजपा की होगी।