मथुरा, 27 नवम्बर। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण के बैनर तले बुधवार को वृंदावन के केशवधाम सभागार में साधु-संतों की धर्म संसद आयोजित की गई। धर्म संसद में सैकड़ों की संख्या में साधु-संत पहुंचे और इस दौरान साधु संत महामंडलेश्वर धर्माचार्य भागवत आचार्य ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर से मस्जिद मुक्त पर अपनी सहमति जताई।
साधु संत महामंडलेश्वर धर्माचार्य भागवत आचार्य ने इस अवसर पर कहा कि अब हिन्दुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है। हिन्दुओं की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। धर्म संसद में मौजूद संतों ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर से मुस्लिम पक्ष को अवैध निर्माण खुद हटा लेना चाहिए। इसके अलावा देश में जनसंख्या कानून लागू होना आवश्यक है। सनातन बोर्ड की स्थापना होनी चाहिए। धर्म संसद में गाय माता को राष्ट्र माता घोषित किया जाए।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने वहीं धर्म संसद को संबोधित करते हुए कहा, ‘श्रीकृष्ण जन्मभूमि भगवान का असली मूल विग्रह मंदिर मस्जिद के नीचे दबा हुआ है। हमें उसे मुक्त करना है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ने कोर्ट में सभी दस्तावेज दाखिल की है, जो कि सनातन धर्म और हिन्दू पक्ष के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। हम सबको मिलकर इस जन आंदोलन को बड़ा रूप देने की जरूरत है। हम सब ने राम जन्मभूमि के लिए बहुत समय दिया, लेकिन श्रीकृष्ण जन्मभूमि की जमीन लेने के लिए हिन्दुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है।’
धर्म संसद के दौरान साधु-संतों ने कहा कि न्यायालय में श्रीकृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई और तेजी के साथ लड़ी जाए। साधु-संतों की गवाही के साथ-साथ अहम दस्तावेज भी न्यायालय में दिए जाएं ताकि सनातन हिन्दू के पक्ष में न्यायालय फैसला सुनाए। वहीं मुस्लिम पूर्वजों ने जो गलती पूर्व में की थी, उसको सुधार कर मंदिर परिसर से मस्जिद हटा लेनी चाहिए। हिन्दू सनातन धर्म का समय अब आ चुका है।