अयोध्या, 3 जून। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष और मणिरामदास की छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के 85 वें जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित संत सम्मेलन में देश-विदेश के संतों का समागम हुआ। इस दौरान संतों ने महंत नृत्य गोपाल दास के द्वारा रामलला को विराजमान कराए जाने की बात कही। तो वहीं राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने मंदिर निर्माण की विस्तृत जानकारी संतों को दी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा कि सनातन परंपरा के संरक्षण व हिंदुत्व के जागरण के लिए एकजुट होना होगा।
नेपाल से पधारे जगद्गुरू कृष्ण दास ने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में भी हिंदू जागरण का काम महंत नृत्यगोपाल दास ने किया है। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि राममंदिर निर्माण राष्ट्रमंदिर निर्माण की ईंट है। राममंदिर निर्माण के साथ-साथ काशी के ज्ञानवापी के उद्धार का भी मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
रामजन्मभूमि में जैसे-जैसे एक-एक ईंट रखी जा रही है, वैसे- वैसे राष्ट्रमंदिर की नींव ऊंची होती जाएगी। युगपुरुष स्वामी परमानंद कहा कि राममंदिर निर्माण से राष्ट्रमंदिर निर्माण की नींव पड़ रही है। महंत नृत्यगोपाल दास के कर कमलों से ही राममंदिर का उद्घाटन हो ऐसी संत समाज की इच्छा है।
संत सम्मेलन की अध्यक्षता अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचल दास ने की। संचालन महंत डॉ. रामानंद दास ने किया। महंत नृत्यगोपाल दास के जन्मोत्सव समारोह में शुक्रवार को ट्रस्ट के महासचिव चपंत राय ने कहा कि जनवरी में रामलला नए गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। तीन मंजिला मंदिर के प्रथम तल पर रामदरबार की स्थापना होगी, जबकि दूसरे तल को खाली छोड़ा जाएगा। और अगले 2 वर्ष में ऊंचे शिखर को तैयार कर पताका फहराया जाएगा।