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पंजाब : बर्खास्त पुलिसकर्मी था लुधियाना विस्फोट मामले का संदिग्ध, दो वर्ष जेल में रहा, टैटू से हुई पहचान

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चंडीगढ़, 25 दिसंबर। लुधियाना जिला अदालत परिसर में विस्फोट में मारे गए व्यक्ति गगनदीप सिंह की पहचान राज्य पुलिस के एक बर्खास्त हेड कांस्टेबल के तौर पर की गई है। पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी इसकी पुष्टि की और बताया कि उसके शरीर पर एक टैटू और मौके से बरामद एक मोबाइल फोन से उसकी पहचान की गई। खन्ना में गगननदीप के परिवार ने भी उसकी पहचान की है।

मादक पदार्थ मामले में हेड कांस्टेबल पद से बर्खास्त किया गया था गगनदीप

पुलिस सूत्रों ने बताया कि 30 वर्षीय गगनदीप लुधियाना के खन्ना स्थित लालहेरी रोड का निवासी था और उसे मादक पदार्थ के किसी मामले में हेड कांस्टेबल पद से बर्खास्त कर दिया गया था। गगनदीप को अगस्त, 2019 में गिरफ्तारी के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था और इस साल सितंबर में जमानत मिलने से पहले उसने दो वर्ष जेल में बिताए थे।

उसी मामले की सुनवाई शुक्रवार को लुधियाना के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शातिन गोयल की अदालत में होनी थी। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सुनवाई से एक दिन पहले वह कोर्ट क्यों गया?

पुलिस को संदेह – गगनदीप जेल में कट्टरपंथी तत्वों के संपर्क में आया

उल्लेखनीय है कि अदालत परिसर में विस्फोट की घटना गुरुवार को हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि छह अन्य घायल हो गये थे। घटना के बाद लुधियाना के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आशंका जाहिर की थी कि वह व्यक्ति अपने शरीर पर विस्फोटक ले जा रहा था या उन्हें लगाने की योजना बना रहा था। धमाका कोर्ट परिसर की दूसरी मंजिल के वॉशरूम में हुआ था।

पुलिस को यह भी संदेह है कि गगनदीप जेल में कट्टरपंथी तत्वों के संपर्क में आया था और वे इस बात की जांच कर रहे थे कि क्या विस्फोट अगले साल होने वाले पंजाब चुनाव से जुड़ा है।

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