मुंबई, 22 अप्रैल। टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शुरुआती सात मैचों में पराजय के चलते न सिर्फ मुंबई इंडियंस के प्रशंसक निराश हैं वरन पांच बार की पूर्व चैंपियन टीम के मेंटर व पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने भी चिंता जाहिर की है। सचिन ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप यानी टी20 को ‘क्रूर’ प्रारूप करार दिया, जिसमें छोटी गलतियां भी भारी पड़ जाती है। इसके साथ ही उन्होंने टीम को निर्णायक क्षणों में बेहतर प्रदर्शन करने की सलाह दी है।
गौरतलब है कि 10 टीमों की प्रारंभिक लीग में मुंबई इंडियंस को अब तक अपने पहले सातों मैचों में पराजय का सामना करना पड़ा है। हालांकि अभी उसे और सात मैच खेलने हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि रोहित शर्मा एंड कम्पनी मुख्य चुनौती यानी चार टीमों की प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है।
‘मैच के अहम पलों को भुनाना जरूरी, गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहती‘
तेंदुलकर ने ‘स्टार स्पोटर्स’ पर मैथ्यू हेडन से बातचीत में कहा, ‘ इस प्रारूप में ऐसी कोई भी टीम नहीं है, जिसने यह अनुभव नहीं किया हो, जो इस समय मुंबई इंडियंस कर रही है। यह प्रारूप क्रूर हो सकता है। मैच के अहम पलों को भुनाना जरूरी है। इसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहती। कई बार आप दो या तीन रन से हारते हैं या आखिरी गेंद पर हार जाते हैं।’
अपने जमाने के मास्टर ब्लास्टर ने कहा, ‘इस तरह की छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना जरूरी है। निर्णायक पलों में ही अच्छा प्रदर्शन करके मैच जीते जा सकते हैं।’
नई और युवा टीम है, इसे जमने में थोड़ा समय लगेगा
तेंदुलकर ने कहा कि नई टीम के युवाओं को जमने में थोड़ा समय लगेगा। उन्होंने कहा, ‘एक बात स्पष्ट है कि चुनौतीपूर्ण सत्र होने के बावजूद खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की है। यह नई और युवा टीम है। इसे जमने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन इस तरह के दौर में ही एक दूसरे के साथ खड़े रहकर आप समाधान निकाल सकते हैं।’