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पेरिस पैरालम्पिक : सचिन सरजेराव ने भारत को दिलाया 21वां पदक, गोला प्रक्षेप में जीता रजत पदक

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पेरिस, 4 सितम्बर। सचिन सरजेराव खिलारी ने पेरिस पैरालम्पिक खेलों में भारत को पदक स्पर्धाओं के सातवें दिन का पहला पदक दिलाया, जब उन्होंने पुरुषों की गोला प्रक्षेप (F46) स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड 16.32 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता।

सरजेराव ने 16.32 मीटर के थ्रो के साथ बनाया एशियाई रिकॉर्ड

34 वर्षीय सचिन ने दूसरे प्रयास में सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। उन्होंने मई में जापान में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने 16.38 मीटर के थ्रो से टोक्यो पैरालम्पिक में जीता स्वर्ण बरकरार रखा। क्रोएशिया के लुका बाकोविच (16.27 मीटर) ने कांस्य पदक जीता। इस स्पर्धा में उतरे अन्य दो भारतीय – मोहम्मद यासर और रोहित कुमार क्रमशः 8वें और 9वें स्थान पर रहे।

सचिन ने इसके साथ ही पैरालम्पिक खेलों के इतिहास में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के भारतीय अभियान को 21 पदकों तक पहुंचा दिया है, जिनमें तीन स्वर्ण, सात रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। पैरालम्पिक में भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टोक्यो में दिखा था, जब उसके खिलाड़ियों ने 19 पदक (5 स्वर्ण, 8 रजत, 6 कांस्य) जीते थे।

ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों में भारत का 11वां पदक

सरजेराव का रजत पदक पेरिस पैरालम्पिक के ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों में भारत का 11वां मेडल है। एफ46 श्रेणी में वे खिलाड़ी होते हैं, जिनकी भुजाओं में कमजोरी है, मांसपेशियों की शक्ति क्षीण है या भुजाओं में निष्क्रिय गति की सीमा क्षीण है। ऐसे एथलीट खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं।