जयपुर, 9 मई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगाए गए आरोपों पर सचिन पायलट ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो। सचिन पायलट ने अपनी पांच दिनों की पदयात्रा का एलान करते हुए कहा, ‘मैं अब ना उम्मीद हो चुका हूं, संघर्ष यात्रा निकालूंगा। मैं लोगों के बीच अपनी आवाज उठाऊंगा। अजमेर से जयपुर की पदयात्रा करूंगा। पांच दिन की इस यात्रा में लोगों से बात करूंगा।’
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान अशोक गहलोत के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना। उसे सुनकर ऐसा लगता है कि जैसे उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी। दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थीं। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए। मैं जनता के बीच इस मुद्दे को उठाऊंगा।’
सचिन पायलट ने कहा, ‘मुझे बहुत कुछ कहा गया। कभी कोरोना, कभी गद्दार आदि। मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था। बावजूद इसके हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे विधायकों पर आरोप लगाए जा रहे, जो राजनीति में 40-45 साल से हैं। उनके क्षेत्र के लोग भी उन्हें जानते हैं कि वो किस तरह के नेता हैं और कैसे काम करते हैं। ऐसे विधायकों पर आरोप लगाना गलत है।
सचिन पायलट ने कहा, ‘मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आऊंगा। यह 125 किमी की यात्रा होगी। पांच दिनों की यात्रा में जनता के बीच जाऊंगा, उनके बीच अपनी बात रखूंगा। सही निर्णय तब लिए जाएंगे, जब जनता का पूरा साथ होगा।’ उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की बात नहीं मानना गलत है।