नई दिल्ली, 7 अगस्त। रूसी तेल के आयात पर नाराजगी जताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत के खिलाफ किए गए टैरिफ अटैक से मची तनातनी के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द भारत आने वाले हैं और समझा जाता है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलक साझा रणनीति तैयार करेंगे। गुरुवार को मॉस्को में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के हवाले से राष्ट्रपति पुतिन के प्रस्तावित भारत दौरे की जानकारी दी गई।
संप्रति मॉस्को में मौजूद डोभाल ने हालांकि बताया कि पुतिन की यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है। लेकिन रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स की रिपोर्ट के अनुसार यह यात्रा इस वर्ष अंत में हो सकती है। पुतिन का यह दौरा ट्रंप के भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ अटैक के बाद हो रहा है। ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध में रूस को फंडिंग का आरोप लगाया है।
रूसी मीडिया इंटरफैक्स ने पहले रिपोर्ट किया था कि पुतिन का दौरा अगस्त महीने के अंत तक हो सकता है, लेकिन बाद में बताया गया कि पुतिन वर्ष के अंत तक भारत दौरा कर सकते हैं। दौरे की घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब भारत और अमेरिका के बीच रूस से व्यापारिक संबंधों को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है। पुतिन का भारत दौरा यूक्रेन युद्ध (2022 से) शुरू होने के बाद पहली बार होगा।
ट्रंप का भारत पर टैरिफ अटैक
इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी कर भारत से आने वाले आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही भारतीय उत्पादों पर अमेरिका ने 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप के इस फैसले के पीछे भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद जारी रखना एक मुख्य कारण बताया जा रहा है।
अमेरिका ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर रूस ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध को रोकने के लिए आठ अगस्त तक कोई कदम नहीं उठाया, तो रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर सेकेंडरी प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
पुतिन और ट्रंप में मुलाकात जल्द
इस बीच क्रेमलिन ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति पुतिन की डोनाल्ड ट्रंप से जल्द मुलाकात होने वाली है। रूसी राष्ट्रपति के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि दोनों देशों के बीच बैठक को लेकर बातचीत जारी है और स्थल तय कर लिया गया है, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी।

