मॉस्को, 12 अक्टूबर। राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बुधवार को कहा कि रूस मौक्सो बाल्टिक सागर के नीचे जर्मनी जाने वाली नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के माध्यम से यूरोप को गैस की आपूर्ति फिर से शुरू करने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि पिछले महीने हुए विस्फोटों की एक अंतरराष्ट्रीय जांच चल रही है, जिसमें बाल्टिक सागर के तल पर रूस द्वारा निर्मित नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइनों को तोड़ दिया गया था।
मॉस्को एनर्जी फोरम में बोलते हुए पुतिन ने फिर से आरोप लगाया कि नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन के दोनों लिंक और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के दो लिंक में से एक के माध्यम से फटने वाले विस्फोटों के पीछे अमेरिका के होने की आशंका थी, जिससे बड़े पैमाने पर गैस रिसाव हुआ और उन्हें सेवा से बाहर कर दिया गया। हालांकि अमेरिका पहले भी पुतिन के ऐसे ही आरोपों को खारिज कर चुका है।
पुतिन ने कहा कि पाइपलाइनों की मरम्मत संभव है, लेकिन रूस और यूरोप को अपने भाग्य का फैसला करना चाहिए। नॉर्ड स्ट्रीम की तीन पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हैं। यह नॉर्ड स्ट्रीम 2 की केवल एक लाइन छोड़ता है, जिसकी वार्षिक क्षमता 27.5 बिलियन क्यूबिक मीटर है, जो कार्यात्मक है। पुतिन ने कहा कि अगर यूरोप चाहे तो रूस उस लाइन पर गैस के नल खोल सकता है।
पाइपलाइन से डेनमार्क और स्वीडन के तट से दूर बाल्टिक सागर में गैस का रिसाव हो रहा है। यूरोप को तोड़फोड़ की काररवाई का संदेह है, जिसे मास्को ने यह कहते हुए पश्चिम पर ढकेलने की कोशिश की कि संयुक्त राज्य अमेरिका को इसका लाभ होगा।