नई दिल्ली, 26 नवंबर। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन छह दिसंबर को सरकारी यात्रा पर नई दिल्ली आ रहे हैं। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें भारत- रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अरिंदम बागची ने बताया कि दोनों नेता भारत- रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के बारे में भी चर्चा की जाएगी। इस संवाद के दौरान आपसी हित के राजनीतिक और रक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है।
पिछला शिखर सम्मेलन दो वर्ष पूर्व रूस में हुआ था
बागची ने कहा कि भारत- रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन पिछली बार सितम्बर 2019 में
नवंबर, 2019 के बाद दोनों नेता पहली बार आमने-सामने होंगे
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि नवंबर, 2019 में ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद दोनों नेताओं की आपसी बातचीत पहली बार हो रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच छह बार टेलीफोन पर बातचीत भी हुई है।
राजनाथ और जयशंकर करेंगे भारतीय दल का प्रतिनिधित्व
अरिंदम बागची ने बताया कि पहला भारत-रूस 22 संवाद छह दिसंबर को नई दिल्ली में होगा। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रहमण्यम जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। रूस की ओर से विदेश मंत्री सरगेई लैवरोफ और रक्षा मंत्री सरगेई सोइगु हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि 22 संवाद का निर्णय पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच इस वर्ष 28 अप्रैल को टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान किया गया था। उन्होंने कहा कि 22 संवाद की नई व्यवस्था से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के और मजबूत होने की संभावना है।