मॉस्को, 8 मार्च। रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने अमेरिका और यूरोप को चेतावनी दी है कि रूसी तेल आयात पर प्रतिबंध के विनाशकारी परिणाम होंगे और कच्चे तेल की कीमतें 300 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच कच्चे तेल की कीमतों में जहां आग लगी हुई है वहीं पश्चिमी सहयोगी देश रूस से तेल खरीदने पर भी पाबंदी लगाने पर विचार कर रहे हैं।
जुलाई, 2008 के बाद से कच्चे तेल की कीमतें शिखर पर
रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के बीच सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 139 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं और यह कीमत वर्ष 2008 में आई वैश्विक मंदी के बाद सबसे अधिक है, जब जुलाई, 2008 में कीमतें 147.5 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थीं।
विदेश मंत्री बोले – रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध के विनाशकारी परिणाम होंगे
रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार विदेश मंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने कहा कि रूसी तेल पर प्रतिबंध से वैश्विक बाजार के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे। कीमतों में उछाल अप्रत्याशित होगा और यदि अधिक नहीं तो 300 डॉलर प्रति बैरल से अधिक तक पहुंच जाएगा।
नोवाक ने कहा कि यूरोपीय बाजार में रूसी तेल की जगह लेना असंभव होगा। इसमें एक वर्ष से अधिक समय लगेगा और यह यूरोपीय उपभोक्ताओं के लिए बहुत अधिक महंगा होगा। उन्होंने कहा कि यूरोपीय राजनेताओं को तब ईमानदारी से अपने नागरिकों, उपभोक्ताओं को चेतावनी देनी चाहिए कि उनका क्या इंतजार है और गैस स्टेशनों पर, बिजली के लिए, हीटिंग के लिए कीमतें आसमान छू जाएंगी।
नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन के माध्यम से आपूर्ति रोकने की चेतावनी
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि अगर ऐसे प्रतिबंध लगाए गए तो नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन परियोजना पर रोक के बदले में रूस नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन के माध्यम से आपूर्ति रोक सकता है। नोवाक ने कहा, ‘अब तक हमने यह फैसला नहीं किया है। इससे किसी को फायदा नहीं होगा। हालांकि यूरोपीय राजनेता रूस के खिलाफ अपने बयानों और आरोपों से हमें इस ओर धकेल रहे हैं।’