मॉस्को, 24 मार्च। रूस के संचार नियामक ने यह घोषणा की है कि उनके द्वारा अल्फाबेट इंक के गूगल की समाचार एग्रीगेटर सेवा को अवरुद्ध किया जा रहा है। अल-जजीरा ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। नियामक ने आरोप लगाया है कि गूगल यूजर्स को यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान के बारे में झूठी खबरें बता रहा है।
इससे पहले, यूट्यूब ने रूसी सरकार के मीडिया संस्थान आरटी सहित कई रूसी चैनलों को अपने वीडियो के साथ चलने वाले विज्ञापनों से पैसा कमाने पर रोक लगा दी थी यानि कि इन्हें डिमॉनेटाइज कर दिया था। इसके अलावा, गूगल ने भी रूस में ऑनलाइन विज्ञापन बेचना बंद कर दिया था।
रूसी सेना को बदनाम करने वाली किसी भी घटना की रिपोर्ट को अवैध करार दिए जाने के एक नए रूसी कानून पारित होने के बाद रूस के राज्य मीडिया वॉचडॉग रोसकोम्नाडजोर ने रूस के अभियोजक जनरल के कार्यालय के अनुरोध पर यह कार्रवाई की है।
- ट्विटर पर भी रूस लगा चुका है प्रतिबंध
बता दें कि रूस ने पिछले दिनों माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विर पर भी रूस ने प्रतिबंध लगा दिया था। इसके अलावा कुछ और कंपनियां भी रूस के निशाने पर हैं। दरअसल फेसबुक, ट्विटर, गूगल और इंस्टाग्राम से रूस की टकराहट की वजह यूक्रेन से उसका चल रहा युद्ध है। युद्ध की वजह से कई कंपनियों ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया था तो कुछ ने कई तरह की सख्ती या प्रतिबंध रूस पर लगाया था। यही नहीं फेसबुक ने यूक्रेन मामले में हेट स्पीच के नियम भी बदल दिए हैं।