कीव/मॉस्को, 28 फरवरी। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले पांच दिनों से जारी युद्ध कब थमेगा, यह तो स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता। फिलहाल दोनों देशों के बीच बेलारूस में शांति वार्ता सोमवार को शुरू हो चुकी है और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि शांति वार्ता के लिहाज से अगले 24 घंटे बहुत महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
रक्षा मंत्री रेजनिकोव कर रहे यूक्रेनी प्रतिनिधिंडल की अगुआई
यूक्रेनी और रूसी अधिकारी शांति वार्ता के लिए यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर पहुंचे, जो यूरोपीय समयानुसार सोमवार सुबह 6 बजे (भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 9.30 बजे) शुरू हुई। रक्षा
जेलेंस्की का ‘तुरंत युद्धविराम और यूक्रेन से सैनिकों की वापसी‘ का आह्वान
इस बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की के कार्यालय ने ‘तुरंत युद्धविराम और यूक्रेन से सैनिकों की वापसी’ का आह्वान किया क्योंकि कई उच्च-रैंकिंग वाले यूक्रेनी अधिकारी वार्ता का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि जेलेंस्की ने क्षीण आशा व्यक्त की कि वार्ता के परिणामस्वरूप हमले का अंत हो जाएगा।
रूसी सेना का यूक्रेन के दो छोटे शहरों पर कब्जा
दूसरी तरफ रूस की स्वतंत्र समाचार एजेंसी ‘इंटरफैक्स’ ने बताया कि रूसी सेना ने दक्षिणपूर्वी यूक्रेन के दो छोटे शहरों और एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आसपास के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। लेकिन मॉस्को के गहराते राजनयिक और आर्थिक अलगाव के बीच कई जगहों पर इसका कड़ा विरोध हुआ।
इसी क्रम में एक वरिष्ठ यूक्रेनी अधिकारी ने समाचार एजेंसी ‘रायटर’ को बताया कि चार
लगभग 5 लाख लोग यूक्रेन छोड़ पड़ोसी देशों में पहुंचे
वहीं संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि रूसी हमले के दौरान यूक्रेन से लगभग पांच लाख लोग देश छोड़कर पोलैंड, हंगरी, रोमानिया और मोल्दोवा सहित अन्य पड़ोसी देशों में चले गए हैं।