मॉस्को, 6 नवम्बर। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की तस्वीर साफ होते ही दुनियाभर के नेता रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को जीत की बधाई दे रहे हैं। लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है कि वह अभी ट्रंप को जीत की बधाई नहीं देंगे। क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि ट्रंप की नीतियों को देखने के बाद ही उन्हें बधाई देने के बारे में पुतिन सोचेंगे।
क्रेमलिन का कहना है कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद का मूल्यांकन ‘ठोस कदमों’ के आधार पर किया जाएगा। क्रेमलिन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत का दावा करने वाले डोनाल्ड ट्रंप को उनके कार्यों के आधार पर परखेगा।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पत्रकारों से कहा, “हम ट्रंप की नीतियों के आधार पर फैसला करेंगे। ट्रंप को बधाई देने की राष्ट्रपति की योजना के बारे में जानकारी नहीं थी क्योंकि अमेरिका एक ‘अमित्र देश’ है।”
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप को दी बधाई
फिलहाल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की न सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है, बल्कि आगे यूक्रेन का समर्थन करने की भी अपील की है। जेलेंस्की ने कहा है कि वह ट्रंप के उस कथन का समर्थन करते हैं, जिसमें वह ‘ताकत के दम पर शांति’ लाने की बात कहते हैं।
ट्रंप के कथन ‘ताकत के दम पर शांति‘ का समर्थन
जेलेंस्की ने कहा, ‘मुझे सितम्बर में हुई राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हमारी शानदार बैठक याद आती है, जब हमने यूक्रेन और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी, जीत की योजना और यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रामकता को खत्म करने के उपाय पर विस्तार से चर्चा की थी।’
रूस पर लगता रहा है ट्रंप का साथ देने का आरोप
दिलचस्प तथ्य यह है कि अमेरिकी चुनाव में ट्रंप का साथ देने का रूस पर अकसर ही आरोप लगता रहा है। रूस पर 2016 और 2020 के चुनाव में भी ट्रंप की मदद करने का आरोप लगा था। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लिए ट्रंप का सत्ता में बने रहना ज्यादा फायदेमंद है। उसकी वजह यह है कि बाइडेन सरकार रूस के प्रति सख्त रही है। जंग शुरू होने के बाद से ही बाइडेन सरकार यूक्रेन को न सिर्फ आर्थिक बल्कि सैन्य रूप से भी मदद कर रही है।