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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 21 पैसे की बड़ी गिरावट, 84.30 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर

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मुंबई, 6 नवम्बर। अमेरिरी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत की खबरों के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे टूटकर 84.30 (अस्थायी) के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर जा गिरा। दरअसल, ट्रंप की जीत की खबरों के बीच अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी से घरेलू मुद्रा में यह गिरावट देखने को मिली है।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने तथा विदेशी पूंजी की सतत निकासी से बाजार धारणा प्रभावित हुई। बाजार भागीदारों को यह भी उम्मीद है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इस सप्ताह के अंत में होने वाली बैठक में ब्याज दरों में कटौती करेगा तथा 2025 में इसमें एक प्रतिशत तक की और कटौती का अनुमान है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 84.23 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 84.15 के उच्चस्तर और 84.31 के निचले स्तर के बीच कारोबार के बाद अंत में 21 पैसे की गिरावट के साथ 84.30 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की बढ़त के साथ 84.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 1.34 प्रतिशत की मजबूती के साथ 104.80 पर कारोबार कर रहा था।

शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘आशंका है कि अमेरिकी डॉलर में मजबूती और एफआईआई की निकासी के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की प्रवृत्ति में वृद्धि और जिंस कीमतों में गिरावट से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है।’

उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किसी भी तरह का हस्तक्षेप निचले स्तर पर रुपये को सहारा दे सकता है। इस सप्ताह के अंत में ‍एफओएमसी की बैठक के नतीजों से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। अमेरिकी डॉलर/रुपया की हाजिर कीमत के 84.10 से 84.40 के बीच कारोबार करने का अनुमान है।

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