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पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव : सत्तारूढ़ टीएमसी का जलवा बरकरार, दूसरे नंबर पर चल रही भाजपा काफी पीछे

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कोलकाता, 11 जुलाई। पश्चिम बंगाल में हिंसाग्रस्त त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अब तक घोषित नतीजों पर गौर करें तो ममता बनर्जी की अगुआई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का जलवा बरकरार है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार बंपर जीत दर्ज की थी। सीटों की संख्या के हिसाब से भारतीय जनता पार्टी दूसरे नंबर पर चल रही है, लेकिन वह टीएमसी से काफी पीछे है।

तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार शाम 5.30 बजे तक घोषित नतीजों के अनुसार 63,229 ग्राम पंचायतों में से 16,330 सीटों पर जीत दर्ज कर ली थी जबकि अन्य 3,002 पंचायतों में उसके उम्मीदवार आगे चल रहे थे। टीएमसी की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने 3,790 सीटों पर जीत दर्ज की है और 802 पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। वाम मोर्चा ने 1,365 सीटें जीती हैं जिनमें से अकेले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने 1,206 सीटों पर जीत दर्ज की है। अंतिम समाचार मिलने तक वाम दल 621 सीट पर आगे थे जबकि कांग्रेस ने 886 सीटों पर जीत दर्ज की थी तथा 256 अन्य पर आगे थी।

नवगठित इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) सहित अन्य पार्टियों ने 937 सीटों पर जीत दर्ज की है और 190 पर बढ़त बनाए हुए हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस के बागियों सहित निर्दलीय 418 सीट पर जीते हैं और 73 पर बढ़त बनाए हुए हैं।

वहीं जिला परिषदों की बात करें तो अब तक घोषित नतीजों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की है और 30 अन्य पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं जबकि माकपा एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है। राज्य में कुल 928 जिला परिषद सीटें हैं।

टीएमसी बोली – लोगों ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति खारिज की

तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘नतीजों से लोगों का तृणमूल कांग्रेस एवं राज्य सरकार के प्रति भरोसा प्रतिबिंबित हो रहा है। यह दिखाता है कि लोगों ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति और कांग्रेस व माकपा की नकारात्मक राजनीति को खारिज कर दिया है।’ इस चुनाव को सभी पार्टियों ने गंभीरता से लड़ा है क्योंकि वे इसे वर्ष 2024 संसदीय चुनाव में हवा का रुख का आकलन करने के लिए संकेतक मान रही हैं।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 11 तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से राजनीतिक हिंसा में कुल 33 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 60 प्रतिशत सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखते थे।

विभिन्न पार्टियों द्वारा मतदान में छेड़छाड़ और हिंसा के आरोप लगाए जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने सोमवार को 696 सीटों के लिए दोबारा मतदान कराया, जो कुल मिलाकर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। कलकत्ता उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद चुनाव और मतगणना के दिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गई।