नई दिल्ली, 22 जुलाई। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पेपर लीक मुद्दे पर काफी हंगामा देखने को मिला। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान NEET-UG में हुई गड़बड़ी पर बोल रहे थे, तभी विपक्ष ने हंगामा किया और उनके इस्तीफे की मांग कर डाली।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा, ‘मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट का जो भी निर्देश होगा, हम उसे मानेंगे। कोर्ट ने सभी छात्रों के सिटी और सेंटर वाइज रिजल्ट जारी करने को कहा था, जो पब्लिक डोमेन में है।’
The Education Minister – far removed from India’s ground reality – claims there have been no paper leaks in the last 7 years.
The unfortunate truth is that the Indian examination system is up for sale to the rich, causing millions of students to suffer.
The issue is systemic… pic.twitter.com/PJpdjKK3jn
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 22, 2024
प्रधान ने कांग्रेस शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘2010 में मनमोहन सिंह सरकार में कपिल सिब्बल शिक्षा सुधार के लिए तीन बिल लाए। उनमें से एक अनियमितता रोकने के लिए था। उसे किसके दबाव में वापस लिया गया? क्या यह निजी मेडिकल कॉलेजों के दबाव के कारण था? और वे (राहुल गांधी) हमसे सवाल पूछ रहे हैं।’
अमित मालवीय ने राहुल को घेरा, जारी की कांग्रेस राज में हुईं गड़बड़ियों की लिस्ट
संसद में हुई इस गहमागहमी के बाद भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सरकार में हुई परीक्षा गड़बड़ियों का लेखा-जोखा ही पेश कर डाला। मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘तीसरी बार फेल हुए राहुल गांधी संसद में पेपर लीक मामले पर बड़बोलेपन का परिचय दे रहे थे।’
Third Time Fail Rahul Gandhi was waxing eloquent on exam paper leaks in the Parliament.
Here is a small list of paper leaks during the UPA Govt (2004-2014) and related instances. The Congress did nothing to address the situation, unlike the BJP, which has brought in the…
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 22, 2024
‘पेपर लीक की घटनाएं कांग्रेस की विरासत, जिसे भाजपा जल्द ठीक कर देगी‘
यूपीए सरकार (2004-2014) के दौरान हुए पेपर लीक के मामलों की एक लिस्ट जारी करते हुए मालवीय ने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए, लेकिन भाजपा इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कठोर सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 लाई है। लिस्ट के साथ मालवीय ने लिखा कि यह पेपर लीक की घटनाएं कांग्रेस की विरासत रही हैं, जिसे भाजपा जल्द ही ठीक कर देगी। लेकिन इस मामले पर कांग्रेस को उपदेश नहीं देना चाहिए।