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लखीमपुर खीरी कांड : संसद में हंगामा, अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग पर अड़ा विपक्ष

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नई दिल्ली, 16 दिसबंर। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को विपक्षी दलों के सांसदों ने लखीमपुर खीरी मामले में हंगामा किया। विपक्षी सांसदों के हंगामे और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग के बाद लोकसभा शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, वह अपराधी हैं – राहुल गांधी

लोकसभा में हंगामे के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। वह अपराधी हैं।’  उन्होंने कहा, ‘लखीमपुर खीरी में जो मर्डर हुआ, उसे लेकर हमें बोलने की इजाजत मिलनी चाहिए। उसमें मंत्री का हाथ था और जिसके बारे में यह कहा गया कि ये पहले से साजिश थी। किसानों को मारने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए।’

टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि यह निंदनीय बात है कि आजादी के 75 साल बाद भी किसानों को गाड़ी से कुचल के मार रहे हैं और वह भी केंद्रीय गृह मंत्री की गाड़ी से। एसआईटी की रिपोर्ट के बाद उनको पद से भी हटाएंगे और बाप-बेटे को जेल भेजेंगे।

राज्यसभा में बोले खड़गे – सभापति ने अपील सुने बिना सदन को स्थगित किया

दूसरी तरफ उच्च सदन यानी राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘हम चाहते थे कि अजय कुमार टेनी को लेकर सदन में नियम 267 के तहत चर्चा हो, लेकिन राज्यसभा के सभापति ने हमारी अपील सुने बिना सदन को स्थगित कर दिया। नियम 267 के तहत कुछ सुनने के बाद फैसला लिया जाता है कि सदन में बहस हो सकती या नहीं।’

इससे पहले निलंबित राज्यसभा सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

संसद को परिवार के पॉलिटिकल पाखंड की प्रयोगशाला बनने नहीं देंगे : नकवी

उधर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि संसद को परिवार के पॉलिटिकल पाखंड की प्रयोगशाला बनने नहीं दिया जाएगा। जो लोग संसद नहीं चलने दे रहे हैं, उनको लगता है कि वे संसद की उत्पादकता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वे लोग संसद की उत्पादकता को नहीं बल्कि अपनी उद्दंडता को दिखा रहे हैं।

वहीं विपक्षी सांसदों के द्वारा किए जा रहे हंगामे को लेकर, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘हम संसद में चर्चा के लिए आह्वान कर रहे हैं। कुछ न कुछ बहाना बनाकर संसद को न चलने देना यह ठीक नहीं है। संसद चर्चा के लिए है और विपक्ष संसद के मूल कार्य को धवस्त कर रहा है, जो ठीक नहीं है।’